प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को वाराणसी दौरे पर हैं। गुरुवार रात पीएम मोदी वाराणसी पहुंचे और हवाई अड्डे पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। सबसे दिलचस्प बात यह रही कि वाराणसी पहुंचते ही पीएम मोदी देर रात शिवपुर-फुलवरिया-लहरतारा मार्ग का निरीक्षण करने पहुंच गए। सोशल मीडिया पर एक फोटो भी वायरल हो रहा है, जिसमे पीएम मोदी और सीएम योगी सड़क का निरीक्षण कर रहे हैं।

पीएम ने वाराणसी में किया रोड शो

शिवपुर-फुलवरिया-लहरतारा मार्ग परियोजना 360 करोड़ रुपये की लागत से बनी है। इसके बन जाने से बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से हवाई अड्डे की ओर यात्रा की दूरी को 75 मिनट से घटाकर 45 मिनट हो जायेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी में रोड शो भी किया। पीएम मोदी पूर्वांचल में 13,167.07 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन भी करेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार सुबह सबसे पहले बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इसके बाद वह संत शिरोमणि रविदास की जन्मस्थली जाकर पूजा-अर्चना करेंगे और श्रद्धालुओं को संबोधित करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी करखियांव एग्रो पार्क में बनास काशी संकुल (Amul Dairy) का दौरा करेंगे। यहां पीएम 10972.00 करोड़ रुपये की 23 परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे और पार्क परिसर में 2195.07 करोड़ रुपये की 12 परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। पीएम मोदी एक बड़ी जनसभा को भी संबोधित करेंगे, जिसमें बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहेंगे।

पीएम मोदी काशी संसद फोटोग्राफी प्रतियोगिता गैलरी का भी दौरा करेंगे और प्रतिभागियों के साथ ‘समवर्ती काशी’ विषय पर उनकी फोटोग्राफ एंट्री के संबंध में बातचीत करेंगे। करीब एक घंटे के कार्यक्रम के बाद पीएम सड़क मार्ग से करीब 11:45 बजे सीरगोवर्धन पहुंचेंगे। वाराणसी के मशहूर टेक्सटाइल सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT) की आधारशिला रखेंगे। यह नया संस्थान कपड़ा क्षेत्र में शिक्षा और प्रशिक्षण के बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगा।

नए मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखेंगे पीएम

प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी में एक नए मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखेंगे। वह बीएचयू में नेशनल सेंटर ऑन एजिंग की आधारशिला भी रखेंगे। प्रधानमंत्री सिगरा स्पोर्ट्स स्टेडियम चरण 1 और जिला राइफल शूटिंग रेंज का भी उद्घाटन करेंगे, जो वाराणसी में खेल के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक कदम है।