कांग्रेस ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार पर चीन के खिलाफ नीति को लेकर निशाना साधा है। कांग्रेस महासचिव और संचार प्रभारी जयराम रमेश ने चीन के साथ पीएम की ‘DDLJ नीति’ को लेकर सीधे पीएम नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष किया। उन्होंने प्रधानमंत्री से सीमा पर चीनी अतिक्रमण मामले में चुप्‍पी तोड़कर देश को वास्‍तविकता से अवगत कराने का अनुरोध किया है।

जयराम रमेश ने सोमवार (11 जुलाई) को अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, “चीन के साथ PM की DDLJ नीति! Deny – चीन ने हमारी भूमि पर कब्जा किया। PM ने इंकार किया। Distract – चीनी घुसपैठ पर रक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट हटवाई। Lie – न कोई हमारी सीमा में घुसा है, सबसे बड़ा झूठ। Justify – प्रतिकार की जगह व्यापार को बढ़ावा दिया।” अपने इस ट्वीट में उन्‍होंने हैशटैग PM चीन पर चुप्पी तोड़ो का भी इस्‍तेमाल किया है।

पीएम मोदी की नीति पर उठाया सवाल: वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चीन के मामले में पीएम मोदी की नीति पर सवाल उठाया है। गौरव गोगोई ने कहा कि मोदी जी ने चीन की सरकार के साथ 18 बार मुलाकात की है। उन्होंने ऐसा क्या रिश्ता बनाया कि जिससे चीन आज तक भी ये कबूल नहीं करता कि उनसे कोई गलती हुई है। चीन आज भी हमारी सीमा सुरक्षा को गंभीरता से नहीं लेता।

कहां गया आपका 56 इंच: उन्होंने कहा कि ये क्या संदेश जा रहा है, हमारे भारत के सीमा सुरक्षा बल को, हमारे नागरिकों को कि भारत के प्रधानमंत्री अपनी छवि बचाने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा को गिरवी रख सकते हैं। ऐसा क्या विशेष लगाव है चीन के साथ? गौरव गोगोई ने कहा, “मोदी जी कहां गई आपकी लाल आंख? कहां गया आपका 56 इंच? आप चीन का नाम लेने से इतना डरते क्यों हो? ये आप कैसा संदेश दे रहे हैं कि रक्षा मंत्रालय एक चीज कहता है, विदेश मंत्रालय एक चीज कहता है और भारत के प्रधानमंत्री कुछ और कहते हैं जबकि वास्तविक स्थिति कुछ और ही है।”

कांग्रेस नेता जयराम रमेश के ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स ने तरह-तरह के रिएक्शन दिए। सौम्यजीत (@I_M_SOUMYA) नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, “देश के साथ कांग्रेस की DDLJ नीति। D- Deceit, D-Disinformation, L- Lie, J- justify.” गुरुब्रह्मा (@spandansb) नाम के एक शख्स ने लिखा, “सबको बारी-बारी से झूठ बोलने का मौका मिलना चाहिए।” हीरा केश चंद्र रॉय (@roy_hirakesh) ने लिखा, “महोदय गांधी परिवार और शी के बीच उस एमओयू में क्या बिका था? उसके विवरण कहा हैं? ज़्यादातर लोगों का कहना है कि वह MOU कांग्रेस के साथ नहीं था बल्कि गांधी परिवार के साथ था।”