Farmers Protest: US-बेस्ड NRI दर्शन सिंह धालीवाल (Darshan Singh Dhaliwal) ने मंगलवार (11 जनवरी 2023) को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अप्रैल 2022 में उनसे 150 लोगों के सामने माफी मांगी। धालीवाल ने यह बात मंगलवार को प्रवासी भारतीय सम्मान पाने के दौरान कही। गौरतलब है कि 23-24 अक्टूबर 2021 की रात को दर्शन सिंह धालीवाल को दिल्ली एयर पोर्ट से दिल्ली की सीमाओं पर विरोध कर रहे किसानों के लिए लंगर की व्यवस्था करने के लिए वापस भेज दिया गया था।
दर्शन सिंह धालीवाल को मिला Pravasi Bharatiya Samman
प्रवासी भारतीय सम्मान (Pravasi Bharatiya Samman) के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से पुरस्कार लेने के बाद द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए धालीवाल ने कहा कि यह बातचीत अप्रैल 2022 में हुई थी जब पीएम मोदी ने दिल्ली में अपने आधिकारिक आवास पर एक सिख प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी की थी। इस बैठक में दुनिया भर के सिख व्यवसायियों ने भाग लिया था।
PM Modi ने मांगी माफी
धालीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 150 लोगों के सामने मुझसे इस बात के लिए माफ़ी मांगी कि मुझे एयर पोर्ट से वापस भेज दिया गया। दर्शन सिंह धालीवाल ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि पीएम ने उनसे कहा, “हमसे बड़ी गलती हो गई, आपको भेज दिया, पर आपका बड़प्पन है जो आप हमारे कहने पर फिर भी आ गए। हमारी ओर से एक बड़ी गलती है, लेकिन आपने मेरे अनुरोध पर अभी भी दिखाकर उदारता दिखाई है।”
धालीवाल को 23-24 अक्टूबर, 2021 की रात अमेरिका के लिए रिटर्न फ्लाइट में बैठा दिया गया था। घटना को याद करते हुए दर्शन सिंह धालीवाल ने कहा कि एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने उन्हें दो विकल्प दिए। उन्होंने कहा, “मुझे कहा गया था कि या तो लंगर बंद करो और किसानों के साथ मध्यस्थता करो या वापस जाओ।”
Farmers Protest में चलाया था लंगर
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने प्रदर्शनकारी किसानों के राजनीतिक कारण का भी समर्थन किया, धालीवाल ने कहा कि यह मानवीय था, इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं था। मैंने इसे लोगों के लिए किया। उन्होंने कहा, “दिसंबर 2020 में जब किसान दिल्ली आए तो आधी रात में बारिश शुरू हो गई। मैंने वीडियो देखे, वो पानी में सो रहे थे, ठंड थी। मुझे लगा कि इन लोगों को मदद की जरूरत है। इसलिए मैंने लंगर लगाने और ठहरने के लिए टेंट मुहैया कराने, बिस्तर, कंबल और रजाई देने का फैसला किया।