प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्रचारी से ऐलान किया कि 75 हफ्तों में देश में 75 नई वंदे भारत एक्सप्रेस चलेंगी जो कि देश के कोने-कोने को आपस में जोड़ेंगी। बताते चलें कि मौजूदा स्थिति में देश में सिर्फ 2 सेमी हाई स्पीड ट्रेनें वंदे भारत चल रही हैं। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के 75 हफ्तों में 75 वंदेभारत ट्रेनें, देश के हर कोने को आपस में जोड़ रही होंगी।
उन्होंने कहा कि जिस रफ्तार से आज देश में नए एयरपोर्ट्स बनाए जा रहे हैं। उड़ान योजना के जरिए लोगों को दूर दराज के इलाकों से जोड़ा जा रहा है, वह अभूतपूर्व है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में भारत में गतिशक्ति- नेशनल मास्टर प्लान को लॉन्च किया जाएगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेनों का निर्माण मेक इन इंडिया मुहिम के जरिए किया जा रहा है। इसमें 70 से 90 फीसदी तक भारतीय कंपनियों द्वारा निर्मित उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
हाल ही में रेलवे मंत्री बनाए गए अश्विनी वैष्णव की प्रमुख जिम्मेदारियों में से एक वंदे भारत एक्सप्रेस भी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार रेल मंत्रालय साल 2022 तक 10 नई वंदे भारत एक्सप्रेस चलाकर 10 शहरों को जोड़ने की तैयारी है।
गौर हो कि हैदराबाद स्थित इंजीनियरिंग कंपनी मेधा सर्वो ड्राइव्स प्राइवेट लिमिटेड को फरवरी में 44 वंदे भारत एक्सप्रेस बनाने का ठेका दिया गया था। मंत्रालय ने 2211 करोड़ रुपए में 16 डिब्बों वाली वंदे भारत एक्सप्रेस बनाने के लिए प्रोपल्शन कंट्रोल और दूसरे उपकरण डिजाइन करने और उन्हें बनाने का ठेका दिया है।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में रेल संपर्क बढ़ाने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि नॉर्थईस्ट में कनेक्टिविटी का नया इतिहास लिखा जा रहा है। बहुत जल्द नॉर्थ ईस्ट की सभी राज्यों की राजधानियों को रेल सेवा से जोड़ने का काम पूरा किया जा रहा है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सिक्किम को छोड़कर पूर्वोतर के सभी राज्य रेल नेटवर्क से जुड़ चुके हैं। रेलवे के नेटवर्क से असम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश की राजधानी पहले से ही जुड़ी हुई थी जबकि मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड और मेघालय की राजधानी को इससे जोड़ने का काम चल रहा है।