केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को कहा कि दुनिया की किसी भी जगह से ज्यादा मुस्लिम भारत में सुरक्षित है। संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध के बीच गोयल ने कहा कि मोदी सरकार ने बिजली देने से पहले किसी से पहले उसका रंग और धर्म नहीं पूछा। गोयल ने विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के वार्षिक सम्मेलन में एक सत्र को संबोधित करते हुए यह बातें कही।
उन्होंने कहा ‘भारत संभवत दुनिया के सबसे समावेशी समाजों में से एक है। भारत एक ऐसा देश है जो सभी विविध दृष्टिकोणों, विविध विचारों का स्वागत करता है, समान अवसर की बात करें तो भारत में मुसलमान दुनिया के किसी भी अन्य जगह की तुलना में ज्यादा सुरक्षित हैं। सरकार की किसी भी योजना में धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता है।’
जब हम हर घर-घर में बिजली पहुंचाते हैं तो हम उनसे उनका रंग या उनका धर्म नहीं पूछते हैं, जब हम शौचालय, डिजिटल तकनीक, बैंक खाते, हर घर में रसोई गैस पहुंचाते हैं तो किसी का धर्म नहीं पूछते। हमारे सभी योजना सभी धर्म के लिए समान हैं।’
नए नागरिकता संशोधन कानून का बचाव करते हुए गोयल ने कहा, ‘भारत का कर्तव्य है कि वे ऐसे लोगों की रक्षा करें जो धार्मिक उत्पीड़न की वजह से पीड़ित हैं। नागरिकता एक ऐसा विषय है जिसकी हर देश रक्षा करता है, हर देश में इसके अलग नियम हैं, हर देश में नागरिकता कानून हैं जिसका दुनिया सम्मान करती है। भारत वह भूमि है जिसके पास लोकतंत्र, जनसांख्यिकी, नेतृत्व, प्रतिभा और अवसर की शक्ति है।’
सम्मेलन मौजूदा अर्थव्यवस्था पर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने कहा, ‘चीजें एक बार फिर से बेहतर होने लगी हैं और अब अर्थव्यवस्था यहां से तेजी से आगे बढ़ने की तैयारी में है। भारत में निवेश करने को लेकर निवेशकों में काफी उत्साह है।’