केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता पीयूष गोयल ने इंडियन एक्सप्रेस को एक इंटरव्यू दिया। इस इंटरव्यू में उन्होंने इलेक्टोरल बॉन्ड, लोकसभा चुनाव, विपक्ष के नेताओं के खिलाफ जांच एजेंसियों की कार्रवाई, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल समेत कई मुद्दों पर बात की।

अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के सवाल पर पीयूष गोयल ने कहा हमने उन्हें जेल में नहीं डाला है और हमारा इससे कोई लेना-देना नहीं है। पीयूष गोयल ने कहा, “उसमें हमारी भूमिका कहां है? कानून लोगों को उनके गलत कामों के लिए पकड़ रहा है। जब वे ये गलत काम कर रहे थे तो उन्हें परिणामों के बारे में सोचना चाहिए था। हमारे पास भारत में एक मजबूत न्यायपालिका, एक मजबूत प्रणाली है जो हर किसी के अधिकारों की रक्षा करती है। आप आम आदमी पार्टी (AAP) के एक नेता की बात कर रहे हैं लेकिन उनके कई साथी लंबे समय से जेल में हैं।”

विपक्षी नेताओं के खिलाफ जांच एजेंसियों की कार्रवाई पर पीयूष गोयल ने कहा, “विपक्ष से कोई भी उनसे प्रभावित नहीं होता है। लोग इस बात से खुश हैं कि पीएम मोदी सख्त हैं और गलत काम करने वालों पर कार्रवाई कर रहे हैं। अगर कोई पीएम खड़ा होकर कहे कि मैं असहाय हूं और भ्रष्टाचार जीवन का हिस्सा है तो आम आदमी को यह पसंद नहीं आता। याद कीजिए 1985 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कैसे कहा था कि सरकार द्वारा खर्च किए गए प्रत्येक रुपये में से केवल 15 पैसे ही लाभार्थी तक पहुंचते हैं और शेष बिचौलियों के पास चले जाते हैं। लोग समस्याओं का समाधान करने वाले नेता को पसंद करते हैं।”

इलेक्टोरल बॉन्ड पर पीयूष गोयल ने कहा, “यह काले धन की राजनीति को साफ़ करने और उन लोगों की रक्षा करने का एक प्रयास था जो अच्छी राजनीति को फाइनेंस करना चाहते हैं। जब हम विपक्ष में थे, तो हमने पाया कि ज्यादातर लोग हमें पैसे देने से चिंतित थे क्योंकि उन्हें डर था कि सत्तारूढ़ दल उनके लिए दिक्कतें पैदा करेगा। उस अनुभव से पार्टी ने एक ऐसी प्रणाली लाने के बारे में सोचा जो सभी को समान अवसर प्रदान करेगी।”

पीयूष गोयल ने बीजेपी को मिले चंदे पर कहा, “भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) केंद्र में है। साथ ही 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में शासन कर रहा है। देश में 55 प्रतिशत से अधिक सांसद और आधे से अधिक विधायक हैं। लेकिन फिर भी हमें आधे से भी कम चंदा मिला। कांग्रेस या इंडिया ब्लॉक या जो कुछ भी उसके पास बचा है, उसने शुरुआत में ही चुनावी बॉन्ड स्वीकार करने से इनकार क्यों नहीं किया? अभी हम चुनावी मोड में हैं और पीएम मोदी का तीसरा कार्यकाल इस मुद्दे पर विचार करेगा।”

एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल के खिलाफ सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट पर पीयूष गोयल ने कहा, “मुझे ऐसा नहीं लगता कि बीजेपी में शामिल होने के बाद ही ऐसा हुआ है। सीबीआई से पूछो, वे निर्णय लेंगे। न तो हमने वह केस दायर किया, न ही हमने वह केस वापस लिया। यह एक नियमित प्रक्रिया का हिस्सा था। मुझे नहीं लगता कि एनडीए या बीजेपी का हिस्सा बनने से किसी को राहत मिली है।”