तेल कंपनियों ने शुक्रवार को एक बार फिर पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ा दिए हैं। इसी के साथ लगातार पिछले 6 दिनों से तेल के दाम में इजाफा जारी है। शुक्रवार को पेट्रोल के दाम 57 पैसे और डीजल के दाम 59 पैसे प्रति लीटर के हिसाब से बढ़ाए गए हैं। इसी के साथ दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल 74.57 रुपए और डीजल 72.81 रुपए में बिक रहा है। पिछले 6 दिनों में पेट्रोल के दामों में 3.31 रु/लीटर और डीजल के दामों में 3.42 रु/लीटर का इजाफा किया गया है। अब इसे लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने मोदी सरकार पर हमले शुरू कर दिए हैं।
सुकेश रंजन नाम के एक ट्विटर यूजर ने पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत के ऐलान पर तंज कसते हुए लिखा, “पिछले 6 दिनों में पेट्रोल की कीमत में 3.31 रुपये और डीजल में 3.42 रुपये का इजाफा। संकट को अवसर में बदलने के आह्वान को मूर्त रूप देती तेल कंपनियां।” एक अन्य यूजर राधेहरी साहू ने इसके रिप्लाई में लिखा, “मोदी है तो मुमकिन है।”
मोदी है तो मुमकिन है
— Radhehari sahu . (@Radhehari2) June 12, 2020
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वहीं अंशुमान सैल नाम के एक व्यक्ति ने ट्वीट में कहा, “शानदार खबर!, यही है आपदा में अवसर। इसी के बारे में मिस्टर मोदी पिछले कुछ हफ्तों से बात कर रहे हैं।” ज्योति तायडे ने ट्वीट किया- “लगेगी आग तो आएगा मिडिल क्लास’ भी ज़द में। यहां पर सिर्फ गरीबों का मकान थोड़ी है अंधभक्तों।
Desh nahi bikne dunga.. Deshwasi bhle nilam ho jaye
— Rio (@RedRanger3000) June 12, 2020
बता दें कि कोरोनावायरस के चलते लगाए गए लॉकडाउन में करीब तीन महीने तक तेल के दामों में कोई वृद्धि नहीं हुई। उस दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल के दामों में रिकॉर्ड गिरावट भी दर्ज की गई थी। हालांकि, लॉकडाउन खुलने के बाद भी तेल के काम दामों का फायदा आम लोगों को नहीं मिल रहा। पिछले दो महीनों में भारत ने अपनी क्षमता से ज्यादा तेल अलग-अलग जगहों पर स्टोर भी किया है। लेकिन इसके बावजूद तेल के दामों में अब तक कोई कमी नहीं आई है।