प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर बीजेपी के कुछ सांसद भी निशाना साधते रहते हैं। सुब्रमण्यम स्वामी सरकार बनने के बाद से ही वित्त मंत्रालय की कार्यप्रणाली को लेकर लगातार निशाना साधते रहे हैं। लेकिन स्वामी हमेशा वित्त मंत्रालय से संबंधित मामलों को लेकर ही निशाना साधते रहे हैं और पीएम नरेंद्र मोदी पर कभी हमले नहीं करते थे। लेकिन अब सुब्रमण्यम स्वामी प्रधानमंत्री मोदी पर भी अपने ट्वीट के माध्यम से निशाना साध रहे हैं। ज्ञानवापी मस्जिद के मुद्दे को लेकर सुब्रमण्यम स्वामी ने बनारस की जनता से अपील की है।

सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट के माध्यम से पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए और बनारस की जनता से अपील करते हुए लिखा, “यह मोदी का अभिमान है कि वाराणसी के सांसद और भारत के प्रधानमंत्री के रूप में वे केवल पूजा स्थल अधिनियम के कारण हिंदुओं की पीड़ा देख रहे हैं और उनकी परवाह नहीं कर रहे। वाराणसी के लोगों को मोदी से कहना चाहिए कि या तो वह संसद से उक्त अधिनियम को वापस ले लें या फिर…!”

बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी पिछले कुछ महीनों से चाइना, विदेश नीति, महंगाई वित्त मंत्रालय द्वारा लिए गए कुछ फैसलों को लेकर लगातार पीएम मोदी पर निशाना साध रहे हैं। इसके पहले भी उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर पर निशाना साधा था। स्वामी का मानना है कि सरकार अमेरिका और चीन जैसे ताकतवर देशों के दबाव में काम कर रही है। उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि मुझे लगता है कि हमारे देश के फैसले लेने वाले बड़े अधिकारी अमेरिका और चीन जैसे देशों के दबाव में काम कर रहे हैं।

कुछ दिन पहले ही सुब्रमण्यम स्वामी ने अर्थव्यवस्था को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा था। दरअसल सोवरेन क्रेडिट रेटिंग में बदलाव आने की संभावना की खबरों को लेकर सुब्रमण्यम स्वामी ने मोदी सरकार को घेरा था।

सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट करते हुए लिखा था, “मैं 2016 से इसको लेकर मोदी को पत्र लिख- लिखकर और द हिंदू, संडे गार्जियन और पायनियर के जरिए भी चेतावनी दे रहा हूं। 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था, हां।” कोरोना वायरस और लॉकडाउन के चलते दुनिया भर के देशों की अर्थव्यवस्थाओं में सुस्ती देखी गई है और इसका असर भारत पर भी पड़ा है।