समान नागरिकता कानून का मुद्दा इस समय देश में काफी चर्चाओं में है। कई राज्य तो ऐसे हैं, जिन्होंने यूसीसी को लागू करने की तैयारी भी शुरू कर दी है। इस बीच उत्तराखंड के मुख्यंमत्री पुष्कर सिंह धामी ने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को निशाने पर लिया है और कहा कि उनके जैसे लोग जिन्ना संस्कृति को आगे बढ़ाते रहेंगे। एक दिन पहले ही ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अल्पसंख्यक कल्याण बजट से 40 फीसदी की कौटती को लेकर सवाल किए थे।

पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है और विश्वस्तर पर उसको जाना जा रहा है। इससे पहले ओवैसी ने यूसीसी को लेकर पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा कि वह हिंदू सिविल कोड के तहत मुसलमानों को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने मध्य प्रदेश में तीन तलाक और पसमांदा मुसलमानों पर पीएम के बयान को लेकर भी उन पर हमला बोला।

ओवैसी ने मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया कि सभी मुसलमान गरीब हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जो मुसलमान उच्च वर्ग से हैं और वे भी अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी से संबंधित दुओं की तुलना में अधिक गरीब हैं। उन्होंने यह भी सवाल किया कि सत्तारूढ़ भाजपा पिछड़े मुसलमानों के लिए आरक्षण का विरोध क्यों कर रही है।

ओवैसी ने ट्विटर पर लिखा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुसलमानों के बीच एक समुदाय पसमांदा मुसलमानों को आगे नहीं बढ़ने दिया जा रहा, लेकिन सच्चाई यह है कि सभी मुस्लिम गरीब हैं और यूसी मुस्लिम ओबीसी हिंदुओं से भी ज्यादा गरीब हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी सभी के प्रधानमंत्री हैं तो फिर उन्होंने अल्पसंख्यक कल्याण बजट में 40 फीसदी की कटौती क्यों की है। एक और ट्वीट में ओवैसी ने सवाल करते हुए कहा, “उनकी सरकार दलित मुसलमानों के लिए एससी आरक्षण का विरोध क्यों करती है। बीजेपी पिछड़े मुसलमानों के लिए आरक्षण का विरोध क्यों करती है? क्या वह इस सामाजिक अन्याय के लिए यूसीसी की कमी को भी जिम्मेदार ठहराएंगे?”

ओवैसी की यह प्रतिक्रिया पीएम मोदी द्वारा विपक्षी दलों की वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति पर निशाना साधने के बाद आई है। पीएम मोदी ने कहा कि यूसीसी के नाम पर लोगों को भड़काया गया। उन्होंने कहा कि ये लोग (विपक्ष) हम पर आरोप लगाते हैं लेकिन हकीकत यह है कि वे मुसलमान, मुसलमान करते हैं। अगर वे वास्तव में मुसलमानों के हित में होते, तो मुस्लिम परिवार शिक्षा और नौकरियों में पीछे नहीं होते। पीएम मोदी ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति के कारण पसमांदा मुसलमानों के साथ बराबरी का व्यवहार भी नहीं किया जाता।