Pegasus Row: सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को पेगासस स्पाइवेयर मामले में सुनवाई हुई। इस मामले में गठित पैनल ने अपनी रिपोर्ट भी कोर्ट में पेश की। पैनल ने कोर्ट को बताया कि सरकार ने जांच में सहयोग नहीं किया था। उधर, बीजेपी ने कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस पर हमला करना शुरू कर दिया है। बीजेपी कांग्रेस पर इस मामले में राजनीति करने और देश में डर का माहौल बनाने का आरोप लगा रही है।

सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि स्कैन किए गए 29 फोनों में पेगासस स्पाईवेयर का कोई सुबूत नहीं मिला है, हालांकि 5 में मैलवेयर मिले हैं, लेकिन इससे यह नहीं कहा जा सकता कि ये पेगासस स्पाईवेयर है। इसके बाद से बीजेपी ने कांग्रेस पर हमला करना शुरू कर दिया है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने आरोप लगाया कि इस मामले में कांग्रेस ने देश में डर का माहौल बनाने की कोशिश की है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नेशनल सिक्योरिटी का मुद्दा उठाकर कांग्रेस गंदी राजनीति कर रही है और केंद्र सरकार के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैला रही है।

भाटिया ने एक मीडिया चैनल से बात करते हुए कहा कि कोर्ट का यह फैसला विपक्ष पर करारा तमाचा है। उन्होंने कहा कि आज सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया कि 29 फोनों की स्कैनिंग में किसी पेगासस स्पाईवेयर का सुबूत सामने नहीं आया है। उन्होंने सवाल किया कि कांग्रेस नेशनल सिक्योरिटी के नाम पर गंदी राजनीति क्यों कर रही है।

क्या कांग्रेस और राहुल गांधी मांगेंगे माफी?

बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने सवाल किया है कि क्या अब कांग्रेस और राहुल गांधी माफी मांगेंगे। उन्होंने कहा कि माफी मांगना राहुल गांधी के व्यवहार में नहीं है।

क्या है पूरा मामला?

इस साल की शुरुआत में अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया था कि भारत ने इजरायली स्पाईवेयर पेगासस को खरीदा था। रिपोर्ट में कहा गया कि भारत ने पेगासस को एक रक्षा सौदे के तहत साल 2017 में इजरायल से खरीदा था। पिछले साल यह बात सामने आई थी कि पेगासस जासूस सॉफ्टवेयर के जरिए कई देशों में नेताओं, पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के कॉल रिकॉर्ड करने की बात सामने आई थी, जिसमें भारत का नाम भी शामिल था। इसके बाद तमाम विपक्षी दलों ने मोदी सरकार को निशाने पर लेना शुरू कर दिया था और राहुल गांधी ने केंद्र सरकार प्राथमिकी संस्थाओं, राजनीतिक शख्सियतों और जनता की जासूसी करने का आरोप लगाया था।