तृणमूल कांग्रेस के नेताओं एक डेलीगेशन पार्टी नेता अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में बुधवार को केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह से मुलाकात करने उनके दफ्तर पहुंचा। हालांकि केंद्रीय मंत्री वहां मौजूद नहीं थे। टीएमसी के डेलीगेशन ने मनरेगा सहित केंद्र सरकार की योजनाओं के तहत बकाया राशि जारी करने की मांग के साथ यह दौरा किया था। टीएमसी के 25 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में संसद के दोनों सदनों के सदस्य शामिल थे। लोकसभा सदस्य महुआ मित्रा और सौगत रे शामिल भी इस डेलीगेशन में मौजूद थे।

क्या बोले TMC नेता?

द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए एक टीएमसी सांसद ने कहा कि वे केंद्रीय योजनाओं के तहत धन जारी करने की मांग करने के लिए मंत्री गिरिराज सिंह मिलने पहुंचे थे। जब वे मंत्री के कार्यालय पहुंचे तो उन्हें सूचित किया गया कि वह दिल्ली में नहीं हैं, सांसद ने कहा, यहां तक ​​कि ग्रामीण विकास राज्य मंत्री भी मंत्रालय में उपलब्ध नहीं थे। अभिषेक बनर्जी ने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत आने वाले 17 लाख परिवारों को उनका भुगतान नहीं हुआ है।

कृषि भवन के गेट पर गहमागहमी

कृषि भवन के प्रवेश द्वार पर उस समय हंगामा हो गया जब सांसदों ने ग्रामीण विकास मंत्री के कार्यालय तक पहुंचने की कोशिश की। करीब 10-15 मिनट तक वे बाहर इंतजार करते रहे। जब वे मंत्री के कार्यालय पहुंचे तो मंत्री गिरिराज सिंह वहां नहीं थे और वे गलियारे में इंतजार करते रहे।

मंत्रालय के अधिकारियों ने उन्हें समिति कक्ष में बैठने के लिए मनाने की कोशिश की। सबसे पहले नरेगा की देखभाल करने वाले संयुक्त सचिव अमित कटारिया ने टीएमसी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। इसके बाद सचिव ग्रामीण विकास शैलेश कुमार सिंह से डेलीगेशन की मुलाक़ात हुई।