बीते काफी दिनों में देश में हो रहे ‘बदलाव’ पर समाज दो खेमों बंटा है। कई शहरों के नाम बदले गए और बहुतों के नाम बदलने पर विचार हो रहा है। इस पर विपक्ष ने भी काफी हंगामा किया। हालांकि सरकार पर इसका कोई असर हीं पड़ा। यूपी की योगी सरकार ने बीते दिनों इलाहाबाद और फैजाबाद का नाम बदल दिया है। बीच में पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात के अहमदाबाद का नाम बदले पर भी हो हल्ला मचा था, लेकिन लीगल इश्यू के चलते यह नहीं हो पाया। इसी मुद्दे पर गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने तंज कसा है। उन्होंने कहा है, अगर नाम से फायद हो तो 125 करोड़ लोगों का नाम बदलकर राम कर देना चाहिए।

हार्दिक पटेल ने कहा, अगर इस देश मे सिर्फ शहरों के नाम बदलने से देश को सोने की चिड़िया बनाया जा सकता है तो मैं मानता हूं कि देश के 125 करोड़ लोगों का नाम बदलकर राम रख देना चाहिए। यहां बेरोजगारी, किसानों का बड़ा मुद्दा है लेकिन सरकार नाम बदलने और मूर्तियां लगवाने में लगी हुई है।

हार्दिक ने कहा कि,  लोगों का ध्यान सीबीआई विवाद, राफेल सौदा, आरबीआई और बेरोजगारी पर न जाए इसलिए जानबूझकर मंदिर का मुद्दा उछाला जाता है। पटेल ने राम मंदिर के मुद्दे पर कहा, भाजपा के लिए राम मंदिर सिर्फ वोट बैंक। उन्होंने कहा, भगवान राम का जन्म  अयोध्या में हुआ लेकिन वहां मंदिर नहीं बना। गुजरात के तो हर घर में राम मंदिर है।