लेफ्टिनेंट कर्नल ई के निरंजन को लोगों ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी जो पठानकोट वायुसेना अड्डे पर आतंकवादी हमले के दौरान ग्रेनेड को निष्क्रिय करने के दौरान मारे गए थे। मंगलवार को उनके पैतृक आवास पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड में बम विशेषज्ञ 32 वर्षीय निरंजन का अंतिम संस्कार यहां इलामबुलासेरी में उनके पैतृक आवास के परिसर में ‘हरे राम हरे कृष्ण’ के मंत्रोच्चार के बीच किया गया। उन्हें बंदूकों की सलामी और सैन्यकर्मियों के बिगुल वादन के साथ सैनिक सम्मान दिया गया। अंतिम संस्कार समारोह में राज्य सरकार का प्रतिनिधित्व गृह मंत्री रमेश चेन्नीतला ने किया। कार्यक्रम में निरंजन के पिता ई के शिवराजन और उनके अन्य रिश्तेदार मौजूद थे।

इससे पहले उनके शव को केयूपी स्कूल में रखा गया जहां स्कूली बच्चों सहित सैकड़ों लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ओम्मन चांडी और उनकी कैबिनेट के सहयोगी के. बाबू और एपी अनिल कुमार ने शहीद के घर का दौरा किया और देर रात में श्रद्धांजलि दी।

लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन के शव को सोमवार को हेलिकॉप्टर से बेंगलुरु से यहां लाया गया और फूलों से लदे ट्रक में इसे उनके पैतृक गांव में ले जाया गया। लोग सड़क के दोनों किनारे पर शहीद की एक झलक पाने के लिए खड़े थे और सम्मान के तौर पर लोगों ने फूल फेंके।

इलामबुलसेरी में शव पहुंचने पर वहां काफी भावुक दृश्य देखने को मिला जहां लोगों ने कई स्थानों पर देशभक्ति के नारे लगाए। निरंजन 2004 में सेना के इंजीनियर्स रेजिमेंट में शामिल हुए थे। वह एनएसजी के बम दस्ते के प्रमुख थे जो पठानकोट हवाई अड्डे पर एक आइईडी को निष्क्रिय करने के दौरान शहीद हो गए। उनके परिवार में पत्नी और 18 महीने की बेटी है।

इस बीच मल्लपुरम जिले में 24 वर्षीय एक व्यक्ति को सोशल मीडिया पर शहीद निरंजन के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। व्यक्ति की पहचान अनवर सादिक के रूप में हुई है जिसे भादंसं की धारा 124 (ए) के तहत गिरफ्तार किया गया।

पुलिस ने कहा कि खुद को पत्रकार बताने वाला सादिक एक स्थानीय अखबार से जुड़ा हुआ है जिसने फेसबुक पोस्ट में निरंजन और उनके परिवार के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। अखबार के प्रबंधन की शिकायत के आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया जिसके नाम का इस्तेमाल उसने पोस्ट में किया था।