Pathan Film Controversy: शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) की फिल्म ‘पठान’ (Pathaan) को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। फिल्म को बैन करने की भी मांग उठ रही है। इस पर बसपा सांसद (BSP MP) दानिश अली (Danish Ali ने लोकसभा में कहा कि विरोध और पाबंदी का एक नया चलन शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि फिल्मों पर सेंसर बोर्ड को फैसला करने देना चाहिए।

Ulema ने उठाई फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग

अली ने शून्यकाल के दौरान मामले को उठाते हुए दानिश अली ने कहा, “ये एक नया चलन है, सरकार में बैठे लोग फिल्म (पठान) पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं… उलेमा बोर्ड के किसी व्यक्ति ने भी शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण की फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।”

दानिश अली बोले, फिल्मों को मंजूरी देने का काम सेंसर बोर्ड करे

उन्होंने कहा, “क्या सनातन धर्म इतना कमजोर है कि एक रंग से वह खतरे में पड़ जाए…ना ही इस्लाम इतना कमजोर है कि कोई फिल्म उसे चोट पहुंचा दे। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि फिल्मों को मंजूरी देने का काम केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड ही करे।”

बता दें कि पठान का यह विवाद फिल्म के एक गाने “बेशर्म रंग” से शुरू हुआ है। इस गाने में दीपिका पादुकोण ने ओरेंज कलर की ड्रेस पहनी है, जिसे लेकर कुछ हिंदू संगठन आपत्ति जता रहे हैं। उनका कहना है कि हीरोइन ने भगवा कलर की ड्रेस पहनी है, जिससे उनकी भावनाएं आहत हुई हैं। फिल्म को लेकर लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है और बात फिल्म के बायकॉट तक पहुंच गई है। कई जगहों पर शाहरुख और दीपिका के पुतले भी फूंके गए हैं।

Narottam Mishra समेत कई नेताओं ने की फिल्म पर प्रतिबंध की मांग

फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग करने वालों में प्रमुख रूप से मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) और विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के प्रवक्ता विनोद बंसल (Vinod Bansal) शामिल हैं। मध्य प्रदेश उलेमा बोर्ड ने भी इस्लाम को गलत तरीके से प्रस्तुत करने के लिए फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।