Parliament Winter Session : अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के तवांग इलाके में भारतीय जवानों और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प पर विपक्ष ने बुधवार को भी संसद में सरकार को घेरने की कोशिश की। राज्यसभा में नेात प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे इस मुद्दे पर अपनी बात कहना चाहते थे, लेकिन पीठासीन अधिकारी हरिवंश ने इजाजत नहीं दी। उन्होंने कहा कि पहले से नोटिस नहीं दिया गया है। खड़गे का कहना है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंंह ने सदन में जो बयान दिया, उसमें कई बातें छिपा ली गई हैं। इसलिए कांग्रेस चाहती है कि सदन में इस पर चर्चा हो। इस पर विपक्ष ने सदन से वॉक आउट किया।
बीजेपी सांसद परवेश वर्मा (Parvesh Verma) का कहना है कि संसद पर आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी रणनीति पर बात नहीं होती। अगर विपक्ष को तवांग मसले पर कोई जानकारी चाहिए तो रक्षा मंत्री से वक्त लेकर मिलें और जानकारी लें। वहीं विपक्ष अपनी इस रणनीति पर कायम है कि अगर सदन में तवांग मामले पर चर्चा नहीं होती है तो दोनों सदनों से वॉकआउट (Walkout) किया जाएगा।
Congress अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की बैठक में आए 17 दलों के नेता
इससे पहले बुधवार सुबह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) के बुलावे पर विपक्षी दलों की अहम बैठक हुई। बैठक में विपक्ष के कई प्रमुख दलों के सांसद शामिल हुए। इसमें इस बात पर चर्चा हुई कि भारत-चीन सीमा विवाद (India China Clash) पर सभी दल मिलकर सरकार को सदन में किस तरह घेरा जाए। मल्लिकार्जुन खड़गे की ओर से बैठक में बुलाए गए सभी 17 विपक्षी दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया। हालांकि नहीं बुलाए जाने के चलते खड़गे की बैठक में प्रमुख विपक्षी दल टीएमसी, बीएसपी और बीजेडी की ओर से कोई शामिल नहीं था।
Tawang Clash पर क्या बोले थे राजनाथ सिंह और अमित शाह, देखें वीडियो
Tawang Clash पर रक्षा मंत्री के बयान से संतुष्ट नहीं है विपक्ष
तवांग में भारत-चीन सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प (Tawang Clash) पर केंद्र सरकार को घेरने की सामूहिक रणनीति बनाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने विपक्ष के कई दलों को बैठक का न्योता भेजा था। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है कि भारत-चीन सीमा पर हुए सैन्य तनाव (LAC Faceoff) को लेकर सदन में बोलने का उचित मौका नहीं दिया गया है। विपक्षी दलों की मांग है कि तवांग झड़प पर सदन में बहस करवाई जाए।
कांग्रेस कर रही पीएम मोदी से Tawang Clash पर बोलने की मांग
विपक्षी दलों के नेताओं को Tawang Clash मामले में लोकसभा में मंगलवार को दिया गया रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) का बयान नाकाफी लगता है। कांग्रेस लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से भी इस मामले में बोलने की मांग कर रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने का था कि तवांग में कोई भारतीय सैनिक शहीद या गंभीर रुप से घायल नहीं हुआ। उन्होंने पूरी बहादुरी चीन के सैनिकों को बाहर खदेड़ दिया। राजनाथ सिंह बुधवार को भी संसद में इस मामले में जानकारी दे सकते हैं।
Parliament के अंदर-बाहर लगातार मोर्चाबंदी कर रहे Mallikarjun Kharge
संसद में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने मंगलवार को भी सीमा पर चीन के अतिक्रमण वाले रवैये को लेकर मोदी सरकार पर हमला किया था। उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार चीन विवाद (India-China Border Dispute) पर चुप रहकर रह गई है। उन्होंने कहा कि गलवान की तरह चीन ने डेपसांग इलाके में भी घुसपैठ की कोशिश की थी। वहीं कांग्रेस नेता पी चिदंबरम (Chidambaram) ने भी कहा था कि पीएम मोदी चीन का नाम लेने से डरते हैं। उन्होंने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के सदन में दिए बयान खोखला भी बताया था।