ISRO ने हाल ही में चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग की थी। मिशन चंद्रयान -3 की सफलता ने भारत को अमेरिका, रूस और चीन के बाद ऐसा करने वाला चौथा देश बना दिया। संसद के विशेष सत्र के दौरान अब इस पर बुधवार को राज्यसभा में चर्चा की गयी। राज्‍यसभा में बुधवार को सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि चन्‍द्रयान-3 की सफल ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ ने दुनिया को यह संदेश दिया है कि भारत बड़ी से बड़ी चुनौतियों का मुकाबला कर सकता है।

राज्यसभा के कामकाज की लिस्ट में आइटम नंबर 5 के रूप में चंद्रयान -3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग और भारत की गौरवशाली अंतरिक्ष यात्रा पर चर्चा का उल्लेख किया गया है। ‘चंद्रयान -3’ की सफलता के साथ चंद्रमा के अब तक अनछुए दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत पहला देश भी बन गया है। चंद्रयान-3, 23 अगस्त को अपनी सफल सॉफ्ट लैंडिंग के बाद से चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास है।

चंद्रयान-3 की सफलता एक सबक

सदन में ‘भारत की गौरवशाली अंतरिक्ष यात्रा चंद्रयान-3’ की सफल सॉफ्ट लैंडिंग विषय पर अल्पकालिक चर्चा की शुरुआत करते हुए सदन के नेता पीयूष गोयल ने भारत की अंतरिक्ष यात्रा में शामिल वैज्ञानिकों और इसरो को बधाई दी और उसकी भावी योजनाओं के लिए शुभाकामनाएं दीं। चंद्रयान-2 की असफलता का उल्लेख करते हुए गोयल ने कहा कि नकारात्मक सोच वालों के लिए चंद्रयान-3 की सफलता एक सबक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चंद्रयान-2 मिशन की असफलता के समय तत्कालीन इसरो प्रमुख डॉ. सिवन जिस प्रकार गले लगाया और वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित किया वह दृश्य आज भी लोगों के मन में है।

महिला वैज्ञानिक भारत का गौरव- पीयूष गोयल

गोयल ने कहा कि उसके बाद से मानो इसरो के वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-3 को सफल बनाने की ठान ली और फिर वह दिन भी गया जब भारत ने इसे सफल कर दिखाया। गोयल ने कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता से दुनिया भर में संदेश गया है कि भारत बड़ी-बड़ी चुनौतियों का मजबूती से मुकाबला कर सकता है। उन्होंने कहा कि पूरे सदन की ओर से वह इसरो के वैज्ञानिकों, खासकर महिला वैज्ञानिकों को बधाई देते हैं। उन्होंने कहा कि महिला वैज्ञानिक भारत का गौरव बनी हैं।

पीयूष गोयल ने बताया कि चंद्रयान-3 में इस्तेमाल किए गए सामान, पुर्जे घरेलू स्तर पर तैयार किए गए हैं। उन्होंने कहा कि आज विश्व की निगाहें भारत पर टिकी हुई हैं। वहीं, चर्चा को शुरू करवाने से पहले सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि देश की अंतरिक्ष यात्रा, चंद्रयान-3 और आदित्य एल-1 की सफलता से भारत ने दुनिया को दिखाया है कि उसके लिए आसमान की कोई सीमा नहीं है और यह महज एक शुरुआत है। उन्होंने कहा कि इसरो की उपलब्धियां उत्कृष्ट रही हैं और यह राष्ट्रीय गौरव का विषय है।

महिला आरक्षण विधेयक पर लोकसभा में चर्चा

वहीं, संसद के विशेष सत्र के दौरान बुधवार को लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक पर चर्चा होगी। इस चर्चा में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी अपनी पार्टी की ओर से मुख्य वक्ता होंगी। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि केंद्रीय कैबिनेट ने महिला आरक्षण विधेयक को मंजूरी दे दी है। महिला आरक्षण विधेयक लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण प्रदान करता है। अगर इस बिल को कानूनी दर्जा मिल गया तो लोकसभा में महिला सदस्यों की संख्या बढ़ कर 181 हो जाएगी, फिलहाल उनकी संख्या 82 है।

चंद्रयान-3 की चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग

गौरतलब है कि अमेरिका, चीन और रूस के बाद भारत चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने वाला चौथा देश बन गया है। सतह पर उतरने के बाद विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर ने अलग-अलग कार्य किए। इनमें सल्फर और अन्य छोटे तत्वों की उपस्थिति का पता लगाना, रिलेटिव टेम्परेचर रिकॉर्ड करना और इसके चारों ओर की गतिविधियों को सुनना शामिल था। भारत के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 के मुख्य उद्देश्य सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग, चंद्रमा की सतह पर रोवर का घूमना और कई वैज्ञानिक प्रयोग थे। इस बीच, विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर स्लीप मोड में हैं और उनके 22 सितंबर के आसपास एक्टिव होने की उम्मीद है।