संसद के मानसूत्र सत्र के दौरान प्रश्नकाल स्थगित किए जाने की चर्चा के बीच कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखा है और प्रश्नकाल स्थगित ना करने की अपील की है। उनका कहना है कि जब संसद सवाल ही नहीं पूछ सकेंगे तो फिर ऐसे सेशन का क्या मतलब। चौधरी का कहना है कि संसदीय व्यवस्था में प्रश्नकाल और शून्यकाल सांसदों को एक विशेष अधिकार के तौर पर मिला हुआ है, जिसमें वह सरकार से सवाल पूछने के अलावा जरूरी मुद्दों को सदन में उठाते हैं।
चौधरी ने इस बात की आशंका जाहिर की है कि शून्यकाल के दौरान सांसदों को आवश्यक मुद्दे उठाने के लिए जो नोटिस देना होता है उस नोटिस की संख्या घटाई जा सकती है। ऐसे करने से सांसदों को अपनी बात रखने का मौका नहीं मिल पाएगा।
वहीं, कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने भी ट्वीट कर इसकी मांग की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है, संसद में प्रशनकाल बड़ा ही महत्व का अधिकार है। पुरानी रूलिंग में भी प्रशनकाल का बड़ा ही महत्व कहा गया है। किसी भी हालत में सिर्फ सरकार के बिज़नेस के लिए संसद नहीं मिलनी चाहिए लेकिन प्रशनकाल और सदस्यों को मिलते समय का भी सभापति जी ओर अध्यक्ष जी ख्याल रखेंगे यह उम्मीद है।
लोकसभा की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने की रणनीति तैयार करने के लिए स्पीकर की तरफ से एक बैठक भी बुलाई गई है। इस बैठक में कोरोना संकट के बीच लोकसभा की कार्यवाही के लिए नए नियमों को अंतिम रूप दिए जाने की संभावना जताई जा रही है।