पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले प्रचार चरम पर है। पार्टियों ने अपने लोकसभा सांसदों को भी चुनाव अभियान में उतार दिया है। ऐसे में बजट सत्र के दूसरे चरण के दौरान लोकसभा का नजारा भी देखने वाला था। प्रश्न काल के दौरान सारी कुर्सियां खाली दिखाई दीं। केवल एक सांसद सदन में उपस्थित थे। प्रश्न काल में सात सवाल पूछे गए थे लेकिन उन्हें पूछने वाले सांसद सदन से नदारद थे। इस दौरान केरल से सांसद के मुरलीधरन ही उपस्थित थे जबकि उन्हें इस बार नेमम सीट से कांग्रेस का उम्मीदवार भी बनाया गया है।
बता दें कि बजट सत्र के दौरान पिछले हफ्ते कई मुद्दों को लेकर हंगामा होता रहा। कई दिनों के बाद जब संसद की कार्यवाही शुरू भी हुई तो कुल सांसदों में से केवल 20 प्रतिशत सांसद सदन में पहुंचे। प्रश्न काल के दौरान सदन सुनसान दिखाई दिया। इस दौरान ट्रेजरी बेंच पर तीन लोग और केवल एक सांसद नजर आया।
बता दें कि भाजपा, कांग्रेस समेत सभी पार्टियां पांच राज्यों में हो रहे चुनावों में दम-खम झोंकने में लगी हैं। कई केंद्रीय मंत्री भी इन दिनों चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। इसमें स्मृति ईरानी, गृह मंत्री अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का भी नाम शामिल है। इस बात को लेकर ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर निशाना भी साधा। उन्होंने कहा, केंद्र के बड़े मंत्री इन दिनों कोलकाता में हैं तो फिर सरकार कौन चला रहा है?
पश्चिम बंगाल में तो भाजपा ने अपने कई सांसदों को विधानसभा का टिकट दे दिया है। इसमें लॉकेट चटर्जी, केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, स्वपन दासगुप्ता और निशीथ प्रामाणिक के नाम शामिल हैं। स्वपन दास गुप्ता की उम्मीदवारी पर टीएमसी की आपत्ति के बाद आज उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया। दरअसल टीएमसी ने 10वीं सूची का हवाला दिया था। स्वपन दास गुप्ता 2016 में राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत किए गए थे। स्वपन दासगुप्ता ने तभी कह दिया था कि नियमों का पालन करते हुए ही नामांकन भरा जाएगा। नामांकन से पहले उन्होंने इस्तीफा सौंप दिया।