उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ काबीना मंत्री आजम खां ने फ्रांस की राजधानी पेरिस में पिछले दिनों हुए आतंकवादी हमलों को गलत करार देते हुए कहा कि तेल के कुंओं पर कब्जा करने के लिये अमेरिका और रूस द्वारा अरब देशों में किया जा रहा कत्लेआम भी उतना ही गलत है। खां ने रविवार देर रात कल्कि महोत्सव में शिरकत के दौरान संवाददाताओं से कहा कि फ्रांस की राजधानी पेरिस में परसों आतंकवादियों ने जो किया वह निहायत गलत है, लेकिन अमेरिका और रूस द्वारा तेल के कुंओं पर कब्जा करने के लिये अरब देशों पर हमले करके बेगुनाहों का कत्लेआम किया जा रहा है। यह हरकतें भी पेरिस हमलों जितनी ही गलत हैं।
उन्होंने कहा कि तेल की भूख की वजह से पश्चिमी देशों ने इराक, लीबिया, सीरिया और अफगानिस्तान को पहले ही बरबाद कर दिया है। पेरिस पर हमले वाकई निंदनीय हैं लेकिन उनकी मीमांसा करने से पहले यह भी देखा जाना चाहिये कि माचिस की पहली तीली किसने जलायी थी।
खां ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के विवादास्पद बयान के मद्देनजर राजनीति से सन्यास लेने की सलाह देते हुए कहा ‘‘भाजपा अध्यक्ष अमित शाह 60 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं को राजनीति से सन्यास लेने की सलाह दे रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी तो अब 65 साल के हो चुके हैं, लिहाजा उन्हें भी सियासत छोड़ देनी चाहिये।’’
पेरिस में पिछले दिनों हुए आतंकवादी हमलों में करीब 129 लोग मारे गए हैं। खां ने कहा कि आतंकवाद के खात्मे के लिये सूफी मत की वकालत कर रहे प्रधानमंत्री को विदेश दौरे से लौटकर हिन्दुस्तानी सरजमीं पर साधु-संत के रूप में कदम रखना चाहिये और लोगों को शांति का पाठ पढ़ाना चाहिये।
मालूम हो कि बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी की पराजय को लेकर दल के वरिष्ठतम नेताओं द्वारा तल्ख तेवर अपनाये जाने के बाद शाह ने पिछले दिनों चित्रकूट में कहा था कि 60 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं को राजनीति छोड़कर समाजसेवा करनी चाहिये। शाह के इस बयान को लेकर खासा विवाद खड़ा हो गया था।
गोहत्या के सवाल पर नगर विकास मंत्री ने कहा कि वह न केवल गोहत्या के सख्त खिलाफ हैं, बल्कि चाहते हैं कि किसी भी जानवर की हत्या ना की जाए।