फ्रांस की राजधानी पेरिस में हुए आतंकी हमले के बाद जी-20 समिट में हिस्सा लेने तुर्की पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है। एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल ने मोदी की सुरक्षा में बदलाव किए हैं। ऐसा दूसरी बार हुआ है, जब डोवाल को पीएम की ब्रिटेन और तुर्की यात्रा के लिए प्लान बदलना पड़ रहा है। पेरिस हमले से पहले 10 अक्टूबर को अंकारा में ब्लास्ट के बाद भी नरेंद्र मोदी का सिक्योरिटी प्लान बदला गया था। उस धमाके में 102 लोगों की मौत हो गई थी।
खबर है कि डोवाल ने तुर्की की राजधानी अंकारा और अंताल्या शहरों में पीएम की सिक्योरिटी पुख्ता करने के लिए इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद और ब्रिटिश इंटेलिटेंस एमआई-5 के एजेंट्स को तैनात किया है। इसके अलावा किसी भी प्रकार की इमरजेंसी होने पर पीएम मोदी को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। शु्क्रवार रात पेरिस हमले में फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसुआ ओलांद बाल-बाल बचे थे। वह जिस स्टेडियम में फुटबॉल मैच देख रहे थे, उसके बाहर दो आत्मघाती धमाके हुए थे। ऐसे में भारतीय सुरक्षा एजेंसियां किसी भी प्रकार का जोखिम नहीं लेना चाहती हैं। जी-20 समिट में 12,000 से ज्यादा लोगों के आने की संभावना है। बदले गए प्लान के तहत प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर पीएम मोदी को 1000 देशी-विदेशी एजेंट्स कवर करेंगे।
रिपोर्ट के मुताबिक, मोसाद और एमआई-5 के एजेंट्स तुर्की के लिए शनिवार को ही रवाना हो गए। इनका काम अंकारा और अंताल्या में भारतीय एजेंट्स के साथ मिलकर पीएम मोदी को एडिश्नल कवर देना है। सूत्रों के मुताबिक, डोवाल ने कुछ लोकल एजेंट्स को भी पीएम की सुरक्षा से जोड़ा है। इस काम के लिए उन्होंने तुर्की और सीरिया के कुछ एजेंट्स बुलाए हैं। इमरजेंसी की स्थिति में प्रधानमंत्री को निकालने के लिए पूरे सिक्योरिटी कवर के साथ एक एयरक्राफ्ट अलग से रखा गया है, जो कि आधुनिक रडार और वार्निंग सिस्टम से लैस है। यह खास एयरक्राफ्ट डिफेंस और कम्युनिकेशन सिस्टम से भी लैस है।
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