बिहार की राजनीति में आए तूफान पर हो रही एक टीवी डिबेट में राजनीतिक विश्लेषक शुभ्रास्था ने कांग्रेस प्रवक्ता आनंद माधव को घेरते हुए कहा कि अगर आपको सवाल इतने ही चुभने वाले लगते हैं तो जाइए सोनिया गांधी से कहिए कि आपको डिबेट में ना बैठाया करें राजनीतिक विश्लेषकों के साथ।
उन्होंने कांग्रेस प्रवक्ता से कहा, “आप लोगों का जो ये एजेंडा चल गया है ना कि किसी भी राजनीतिक विश्लेषक को मुंह उठाकर आप लोग ट्रोल कर देते हैं। अपने सोशल मीडिया से मुझे ट्रोल कर रहे हैं। थोड़ा गेट योर हाउस इन ऑर्डर और जनता का जनादेश सुनने का शील रखिए। आज जो स्थिति है कांग्रेस की वो इसी वजह से है। मैं आपको गिनाना नहीं चाहती, लेकिन किस-किस को आपने किन-किन पॉजिशन पर बैठाया है। गनीमत मनाइए कि आपको ऐसे राजनीतिक विश्लेषक मिले हैं।”
शुभ्रास्था ने आगे कहा, “मैं आज भाजपा और कांग्रेस दोनों से सवाल पूछ रही हूं। आपको अगर पूछे गए सवाल नशतर की तरह लगते हैं तो जाइए सोनिया गांधी से कहिए कि हमें बैठाया मत करें राजनीतिक विश्लेषकों के साथ। एक पॉलिसी बना लीजिए और सिर्फ नेताओं के साथ बैठ करिए। मुझे नहीं लगता कि आपको हाथ जोड़कर बुलाया जाता होगा डिबेट में कि राजनीतिक विश्लेषकों के साथ बैठिए।”
बता दें कि बिहार में एक बार फिर जेडीयू आरजेडी एक साथ आ गए हैं। नीतीश कुमार ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन तोड़कर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। अब वो फिर से बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। वहीं, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव उपराष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे। यह दूसरी बार होगा जब तेजस्वी यादव बिहार के उपराष्ट्रपति बनेंगे।
जहां एक तरफ फिर से गठबंधन कर बिहार की सत्ता में आने को लेकर राष्ट्रीय जनता दल खुश है। तो वहीं, भारतीय जनता पार्टी इस फैसले से काफी नाराज है और उन्होंने नीतीश कुमार पर धोखेबाजी का आरोप लगाया है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता रवि शंकर प्रसाद ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि जब इतने ही परेशान थे तो 2 साल तक क्यों थे बीजेपी के साथ।