हिमाचल प्रदेश में जहाज के आकार के गुब्बारे मिले हैं, जिन पर उर्दू में पाकिस्तान लिखा है। वहीं अंग्रेजी में PIA (जिसका मतलब पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस) भी लिखा है। हिमाचल पुलिस उन गुब्बारों के बारे में पूछताछ कर रही है, जो ऊना जिले में फिर से मिले हैं। राज्य में पहले भी इसी तरह की चीजें मिलने की खबरें आई हैं और ये गुब्बारे अंधेरा होने के बाद ही उतर रहे हैं।

भारतीय वायु सेना से भी किया गया संपर्क

हिमाचल के अधिकारियों ने पंजाब और राजस्थान के अधिकारियों को भी फोन किया। भारतीय वायु सेना से भी संपर्क किया गया है। वहीं गांवों में विक्रेताओं के आने-जाने पर प्रतिबंध लगाने की सलाह दी है और गुब्बारे बनाने वाली स्थानीय इकाइयों का भी निरीक्षण किया है। लेकिन अधिकारियों ने माना कि कोई बड़ी सफलता अभी तक नहीं मिली है और अब तक कोई FIR दर्ज नहीं हुई है।

ऊना के पुलिस अधीक्षक अमित यादव ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “कुछ महीने पहले ब्रह्मपुर गांव में पाकिस्तान के निशान वाला एक गुब्बारा मिला था। उस समय, हमने IAF के एक अधिकारी को बुलाया था, जिन्होंने इस बात से इनकार किया था कि गुब्बारे में कोई चिप या जासूसी के लिए कोई डिवाइस लगी थी। हाल के मामलों के बाद हम पड़ोसी राज्यों के संपर्क में हैं कि इसी तरह की घटनाओं की उनकी जांच में क्या पता चला है।”

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एसपी ने आगे कहा कि हालांकि उन्होंने गुब्बारे बनाने वाली इकाइयों और उन्हें बेचने वाले विक्रेताओं का दौरा किया है। उन्होंने कहा, “अब तक हमें ऐसा कोई सुराग नहीं मिला है कि ये गुब्बारे या तो राज्य में बनाए गए थे या यहां बेचे जा रहे थे।” गुब्बारे कितनी दूर तक गए होंगे, या क्या वे हीलियम से उड़े थे, इस बारे में सूत्रों ने माना कि उन्हें शायद कभी पता न चले। जब गुब्बारे मिले तो वे पिचके हुए थे। उन्हें पुलिस मालखानों में रखा गया है, जबकि अधिकारी अगले कदम के बारे में सोच रहे हैं।

किसके घर पर मिला गुब्बारा?

ऊना के जिन निवासियों में से एक ने गुब्बारा देखा और पुलिस को फोन किया, वह सचदेव सिंह उर्फ पप्पू लंबरदार हैं। पप्पू चलेट गांव में रहते हैं। उन्होंने बताया कि उनके छोटे बेटे को शनिवार सुबह उनकी छत पर यह मिला। उन्होंने कहा, “मैंने ऐसे गुब्बारे मिलने के बारे में सुना था, लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक मेरी छत पर उतरेगा। हमने पुलिस को फोन किया।”

सचदेव सिंह ने आगे कहा कि गुब्बारे में कुछ भी खास नहीं था। उन्होंने कहा, “उसके ऊपरी हिस्से में एक धागा बंधा हुआ था और वह पिचका हुआ था। पुलिस ने हमसे कहा कि चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है। लेकिन ये गुब्बारे रात के समय क्यों गिर रहे हैं? और अगर ये पाकिस्तान से भेजे जा रहे हैं, तो ऊना तक पहुँचने में इन्हें कितना समय लगा होगा?”

वहीं ग्राम पंचायत के सदस्य अरुण ठाकुर ने कहा कि उन्होंने गांव वालों को निर्देश दिया है कि किसी भी अजनबी को गाँव में न आने दें। अरुण ठाकुर ने कहा, “किसी भी विक्रेता के पास ज़िला प्रशासन से सही वेरिफिकेशन के साथ अनुमति होनी चाहिए। हालाँकि प्रशासन ऐसे निर्देश नियमित रूप से जारी करता है। हमने अब इनका सख्ती से पालन करने का फैसला किया है।”

पहले भी मिल चुका है गुब्बारा

वहीं कुछ दिन पहले लगभग 21 किमी दूर ऊना ज़िले में ही ताहिरा गांव के एक खेत में ऐसा ही एक गुब्बारा लावारिस हालत में मिला था। इसकी ग्राम प्रधान इंदु बाला ने कहा, “मैंने पुलिस को सूचना दी।उन्होंने हल्के में हमें बताया कि यह एक ‘सामान्य’ गुब्बारा था। मैंने उनसे पूछा कि एक गुब्बारा इतनी दूर हमारे गांव तक कैसे आ सकता है, बिना रास्ते में किसी चीज़ में उलझे। हालांकि यह एक सामान्य गुब्बारा लग रहा था, जिसमें लेंस या चिप जैसा कोई उपकरण नहीं था, फिर भी ये हमारे इलाके में क्यों गिर रहे हैं?” ताहिरा पंचायत ने भी फिलहाल अजनबियों पर नज़र रखने का फैसला किया है। इंदु बाला ने कहा, “हमारे पंचायत सदस्यों ने फैसला किया है कि पुलिस वेरिफिकेशन के बिना बाहरी लोगों को गांव में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।”

कांगड़ा की घटना पिछले साल मई में हुई थी, जब सुलियाली गांव में एक गुब्बारा मिला था जिस पर ‘PIA’ लिखा हुआ था। शिमला में राज्य पुलिस मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी है। अधिकारी ने कहा, “हमने कोई FIR दर्ज नहीं की है, लेकिन ऐसे गुब्बारों की बरामदगी की औपचारिक जांच चल रही है। ऊना और कांगड़ा पंजाब के पड़ोसी हैं, जिसकी सीमा पाकिस्तान से लगती है। इसलिए उनकी जांच का यही तरीका था। हमें सीमावर्ती राज्यों राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में भी ऐसे गुब्बारे मिलने की रिपोर्ट मिली हैं।”

कुछ लोगों के लिए गुब्बारे दिखने की इन घटनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर की यादें ताज़ा कर दी हैं, जिसे भारत ने पहलगाम हमले के बाद शुरू किया था। 10 मई को कांगड़ा और ऊना ज़िलों में एक गाइडेड मिसाइल के हिस्से, ड्रोन के पुर्जे और गोले के टुकड़े बरामद किए गए थे।