राष्ट्रवादी शिवसेना ने पाक आतंकवादी सरगना जकिउर रहमान लखवी, हाफिज सईद और दाऊद इब्राहिम को तत्काल भारत को सौंपने की मांग की है। पार्टी के कार्यकताओं ने रविवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया और जकिउर रहमान लखवी, हाफिज सईद और दाऊद इब्राहिम के पुतलों को फांसी पर लटकाया और उन्हें फूंका। राष्ट्रवादी शिवसेना ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त को एक ज्ञापन भी भेजा है। कार्यक्रम का आयोजन पार्टी की दिल्ली इकाई ने किया था।
पार्टी के अध्यक्ष जयभगवान गोयल ने पेशावर के आर्मी स्कूल में हुए आतंकवादी हमले में मारे गए बच्चों और अन्य लोगों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना जताई। उन्होंने कहा कि जिन आतंकवादियों के दम पर पाकिस्तान भारतीय जनता व अर्थव्यवस्था को दशकों से तबाह करने के मंसूबे रखता था, आज वही आतंकवादी उसके लिए भस्मासुर साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि 1992 में मुंबई में हुए सीरियल बम धमाकों के मुख्य आरोपी दाऊद इब्राहिम को पाकिस्तानी सरकार ने अपने यहां शरण दे रखी है, तो जमात-उ-दावा के संस्थापक और मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को अपना हीरो मान रही है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार मुंबई हमले के मुख्य आरोपी जकिउर रहमान लखवी पर दिखावे के लिए कार्रवाई कर रही है।
जबकि तमाम आतंकी संगठन पाकिस्तान सरकार की देखरेख में संचालित हो रहे हैं। यहां तक कि आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर भी चलाए जा रहे हैं। भारत सरकार कई बार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर और कई बार पाकिस्तान के साथ हुई बातचीत में इसके प्रमाण दे चुकी है। लेकिन पाकिस्तान सरकार इसे झुठलाती रही है। भारत में वांछित माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम के पाक में रहने और हाफिज सईद को पाक-साफ करार देते हुए आतंकी ठिकानों से इनकार करता रहा किंतु परिणाम आज सबके सामने है, जब पूरी दुनिया उसी आतंक की आग में जलते हुए पाकिस्तान को देख रही है।
उन्होंने कहा कि जग जाहिर है कि आतंकवादियों का कोई धर्म-ईमान नहीं होता है और न वे किसी के अपने होते हैं। अगर ऐसा होता तो वे पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल के उन बच्चों को निशाना नहीं बनाते जिन आर्मी वालों ने ही उन्हें पाल-पोस कर बड़ा किया। पाकिस्तान में रह रहे तालिबानी हों या फिर लश्कर-ए-तोएबा जैसे तमाम आतंकी संगठन, इन सबको दाऊद हाफिज सईद और लखवी जैसे आतंकी सरगना ही संचालित करते हैं। वह दिन दूर नहीं जब यही लोग पाकिस्तान की ताबूत में अंतिम कील ठोकेंगे। उन्होंने मांग की कि पूरी दुनिया में महामारी का रूप ले चुके इस इस्लामिक आतंकवाद के समूल सफाए के अभियान में पाकिस्तान भी दुनिया के साथ आए। वह अपने यहां रह रहे आतंकी सरगनाओं को भारत को सौंपकर एक मिसाल पेश करे।