पाकिस्तान ने बुधवार को भारत को सूचित किया कि दो दिन पहले लाहौर की एक जेल में भारतीय कैदी कृपाल सिंह की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। इससे पहले उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले को पाकिस्तानी प्राधिकारियों के सामने उठाया गया, वहीं सरकार ने कहा है कि वह मामले में और विवरण मिलने का इंतजार कर रही है।
भारत के कार्यवाहक उच्चायुक्त जेपी सिंह ने कृपाल सिंह की मौत के बाबत भारत सरकार से मिले निर्देश के बाद इस्लामाबाद में पाकिस्तान विदेश मंत्रालय में महानिदेशक (दक्षिण एशिया) से मुलाकात की। कृपाल पाकिस्तान में सिलसिलेवार बम विस्फोट करने के मामले में करीब 25 साल से जेल में बंद थे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया, ‘‘ पाकिस्तान सरकार के मुताबिक दोपहर दो बजकर 55 मिनट पर कृपाल सिंह की दिल का दौरा पड़ने की वजह से मौत हो गई। हम और विवरण का इंतजार कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि भारत के कार्यवाहक उच्चायुक्त ने पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से कृपाल सिंह के पार्थिव शरीर को, जितने जल्दी संभव हो सके, स्वदेश भेजने का भी अनुरोध किया है।
50 वर्षीय कृपाल सिंह जासूसी के आरोप में लगभग 25 साल से पाकिस्तानी जेल में बंद थे। वर्ष 1992 में कथित तौर पर वाघा सीमा पार कर उन्होंने पाकिस्तान में प्रवेश किया था जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।