जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 के प्रावधान हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान की इमरान खान सरकार बौखलायी हुई है और भारत के खिलाफ बयानबाजी करने से बाज नहीं आ रही है। सरकार के बाद अब पाकिस्तानी कोर्ट ने भी एक मामले की सुनवाई के दौरान भारत पर तंज कसा है।

इस्लामाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस अतर मिनाल्लाह ने देशद्रोह और आतंकवाद को बढ़ावा देने के एक मामले की सुनवाई करते हुए भारत पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि ‘सभी के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा की जाएगी। यह पाकिस्तान है, भारत नहीं।’

अल जजीरा की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस अवामी वर्कर्स पार्टी (AWP) और पश्तून तहफ्फुज मूवमेंट (PTM) के 23 कार्यकर्ताओं की जमानत याचिका पर सोमवार को सुनवाई कर रहे थे। याचिकाकर्ताओं को बीती 28 जनवरी को PTM के नेता मंजूर पश्तीन की गिरफ्तारी का विरोध करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

रिपोर्ट के अनुसार, सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस अतर मिनाल्लाह ने कहा कि “हम एक लोकतांत्रिक सरकार से यह उम्मीद नहीं करते कि वह अभिव्यक्ति की आजादी पर पाबंदी लगाएगी। चुनी गई लोकतांत्रिक सरकार अभिव्यक्ति की आजादी पर पाबंदी नहीं लगा सकती। हमें आलोचना से नहीं डरना चाहिए। लोगों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा की जाएगी। यह पाकिस्तान है भारत नहीं।”

हालांकि यह साफ नहीं हो सका कि पाकिस्तानी जस्टिस ने उक्त बात किस खास संदर्भ में कही है। माना जा रहा है कि सीएए के खिलाफ भारत में जारी कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इस दौरान सरकार ने कुछ लोगों के खिलाफ मामले भी दर्ज किए हैं। इसके साथ ही जम्मू कश्मीर के कई नेताओं को भी एहतियातन नजरबंद रखा गया है।