जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 नागरिकों की मौत हुई है। कई घायलों का इलाज चल रहा है। इस बीच हमले की जांच भी शुरू हो गई है और कई खुलासे हो रहे हैं। जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबल आतंकियों की तलाश में अभियान चला रहे हैं और कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। इस बीच यह जानकारी सामने आई है कि आतंकवादी कैसे कश्मीर के पहलगाम में पहुंचे थे।
आतंकियों ने छीने थे दो मोबाइल फोन
समाचार चैनल आज तक की रिपोर्ट के अनुसार हमले के दौरान आतंकियों ने दो लोगों से मोबाइल फोन छीन थे। इसमें एक फोन पर्यटक का था जबकि दूसरा स्थानीय निवासी का था। इस हमले में कुल चार आतंकी शामिल थे, जिसमें तीन पाकिस्तान के और एक स्थानीय आतंकी था। स्थानीय आतंकवादी की पहचान आदिल के रूप में हुई है।
स्थानीय फोटोग्राफर ने रिकॉर्ड किया घटना का वीडियो
वहीं फॉरेंसिक जांच में सामने आया है कि हमले में आतंकियों ने एके-47 और M4 एसॉल्ट राइफल का इस्तेमाल किया। इसके कारतूस घटनास्थल से बरामद किए गए हैं। एनआईए ने भी इस मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच में सामने आया है कि जब 4 आतंकी घटना को अंजाम दे रहे थे तब एक स्थानीय फोटोग्राफर ने हमले का पूरा वीडियो रिकॉर्ड किया है। वह खुद को बचाने के लिए पेड़ पर चढ़ा था और यह वीडियो जांच में काफी महत्वपूर्ण है। इस वीडियो के माध्यम से आतंकियों की पहचान करने में भी मदद मिलेगी।
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जांच में यह भी सामने आया है कि पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सबसे पहली कॉल दोपहर 2:30 बजे पहलगाम पुलिस थाने में की गई थी। कॉल नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नारवाल की पत्नी हिमांशी ने की थी। हिमांशी ने ही पुलिस को बताया था कि उनके पति को गोली मार दी गई है।
लश्कर ए तैयबा से आदिल ने ली थी ट्रेनिंग
पहलगाम के SHO सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचे, लेकिन तब तक आतंकी घटना को अंजाम देकर फरार हो गए थे। वहीं स्थानीय आतंकी आदिल अनंतनाग का रहने वाला है और उसने आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन को ज्वाइन किया था। 2018 में आदिल पाकिस्तान चला गया और लश्कर ए तैयबा से ट्रेनिंग ली थी।
चश्मदीदों के अनुसार घटना में चार आतंकवादी शामिल थे। इसमें दो आतंकवादी दुकानों के पीछे छुपे थे और अचानक बाहर आने के बाद पर्यटकों की भीड़ से कलमा पढ़ने के लिए कहा। इसके बाद चार लोगों को उन्होंने गोली मार दी, जिससे उनकी तुरंत मौत हो गई। इसके बाद दो आतंकवादी जीप लाइन की ओर छिपे थे, जो अचानक सामने आ गए और अंधाधुंध फायरिंग करने लगे।