पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद भारतीय रेलवे ने 272 किलोमीटर लंबी कश्मीर रेल लाइन पर सुरक्षा कड़ी कर दी है। इसे उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक (USBRL) भी कहा जाता है। उत्तर रेलवे के सूत्रों ने कहा कि जनरल मैनेजर अशोक कुमार वर्मा ने बुधवार को लाइन की कुछ प्रमुख सुरंगों और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे का निरीक्षण किया, जो हाल ही में बनकर तैयार हुए हैं और उद्घाटन का इंतजार कर रहे हैं। अशोक वर्मा के साथ यूएसबीआरएल के अधिकारी भी थे, जिनमें प्रमुख मुख्य सुरक्षा आयुक्त (PCSC) पंकज गंगवार और जम्मू डिवीजन के डिवीजनल रेलवे मैनेजर (DRM) शामिल थे।
संगलदान और बारामुला के बीच चल रहीं ट्रेनें
वर्तमान में संगलदान और बारामुला के बीच 184 किलोमीटर लंबे हिस्से के साथ-साथ USBRL के 25 किलोमीटर लंबे उधमपुर-कटरा सेक्शन पर ट्रेनें चल रही हैं। इस खंड का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 19 अप्रैल को कटरा से श्रीनगर तक विशेष वंदे भारत ट्रेन के शुभारंभ के साथ किया जाना था। हालांकि, खराब मौसम के कारण कार्यक्रम रद्द कर दिया गया।
रेल लाइन का हुआ निरीक्षण
सूत्र ने बताया, “महाप्रबंधक ने लाइन का निरीक्षण किया और परियोजना के प्रमुख कार्यों की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने चिनाब ब्रिज, अंजी ब्रिज और बनिहाल सुरंग जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाओं का निरीक्षण किया। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के जवानों और अन्य सुरक्षा कर्मचारियों को तीन बिंदुओं पर बढ़ाया गया है। सबसे पहले, स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसमें राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) और राज्य पुलिस भी मदद कर रही है। इसके अलावा बैगेज स्कैनिंग और सुरंगों और पुलों पर भी अधिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है।”
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यूएसबीआरएल का 111 किलोमीटर लंबा कटरा-बनिहाल खंड सबसे कठिन है, जहां अधिक सुरक्षा की आवश्यकता है। यहीं पर भारत की सबसे लंबी परिवहन सुरंग, 12.77 किलोमीटर लंबी टी-50, 359 मीटर ऊंचाई वाला दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज (चिनाब ब्रिज) और रेलवे का पहला केबल-स्टेड ब्रिज, अंजी ब्रिज है। 111 किलोमीटर लंबी लाइन में से 97 किलोमीटर या 87 प्रतिशत हिस्सा सुरंगों में ही है। कटरा-बनिहाल सेक्शन पर 5 किलोमीटर से लेकर 12.77 किलोमीटर तक की लंबाई वाली आठ सुरंगें हैं।
चौबीस घंटे हो रही सीसीटीवी की निगरानी
सूत्र ने बताया, “किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए आरपीएफ, जीआरपी और स्थानीय पुलिस हर घंटे इनपुट शेयर करती है। हमारे पास सभी सुरंगों के लिए एक समर्पित केंद्र है, जहां चौबीसों घंटे सीसीटीवी की निगरानी की जाती है। फुटेज की जांच करते समय सतर्क रहने के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं।” मंगलवार के हमले के पीड़ितों में एक रेलवे कर्मचारी भी शामिल है। सेंट्रल रेलवे के परेल वर्कशॉप में सीनियर सेक्शन इंजीनियर अतुन मोने अपनी पत्नी और बेटी के साथ छुट्टियां मना रहे थे, तभी आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी।
चलाई गई विशेष ट्रेन
हमले के बाद जम्मू-कश्मीर से पर्यटकों को निकालने के लिए उत्तर रेलवे ने बुधवार रात श्री माता वैष्णो देवी कटरा और नई दिल्ली के बीच एकतरफा विशेष ट्रेन चलाई। अधिकारियों ने बताया कि श्री माता वैष्णो देवी कटरा और नई दिल्ली के बीच एक और एकतरफा विशेष आरक्षित ट्रेन गुरुवार सुबह 10.50 बजे कटरा स्टेशन से संचालित की जाएगी।