जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत के बाद देशभर में गुस्से का माहौल है। इस आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी सऊदी अरब की यात्रा बीच में ही समाप्त कर दी। बुधवार सुबह वह दिल्ली पहुंच गए। एयरपोर्ट पर ही उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर और एनएसए अजित डोभाल के साथ हाईलेवल मीटिंग की। पीएम मोदी ने सऊदी अरब की यात्रा के दौरान पाकिस्तान के एयरस्पेस का इस्तेमाल किया था लेकिन लौटते वक्त वह दूसरे रूट से भारत आए। पीएम मोदी के विमान ने पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में प्रवेश नहीं किया।
दो दिन के दौरे पर गई थे पीएम मोदी
पीएम मोदी मंगलवार सुबह ही दो दिन के सऊदी अरब दौरे के लिए जेद्दा रवाना हुए थे। इस दौरान उन्होंने सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ रणनीतिक साझेदारी परिषद की दूसरी बैठक में हिस्सा लिया। हालांकि उनका क्राउन प्रिंस के साथ डिनर भी था, उसे पीएम मोदी ने रद्द कर दिया। सऊदी अरब जाने के दौरान सऊदी रॉयल वायु सेना के F-15 लड़ाकू विमानों ने सऊदी हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने पर विशेष रूप से स्कॉट किया था।
वापसी में इस रूट का किया इस्तेमाल
पीएम मोदी का विशेष विमान ‘एयर इंडिया वन’ वापसी में अरब सागर के रूट से वापस लौटा। इस दौरान उसने पाकिस्तान के हवाई रूट का इस्तेमाल नहीं किया। पीएम मोदी ने इस दौरान ओमान और यूएई जैसे मित्र देशों के हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल किया। बता दें कि पाकिस्तान के हवाई रूट के इस्तेमाल सऊदी अरब, यूएई और कतर जैसे देशों के लिए सबसे छोटा रूट है। इससे ईंधन की कम खपत होती है। हालांकि अरब सागर वाला रूट काफी लंबा है। इससे समय भी अधिक लगता है।
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क्या कहते है अंतरराष्ट्रीय उड़ान नियम
अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) के नियमों के अनुसार सामान्य स्थिति के दौरान देशों को अपने हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करने की अनुमित अन्य देशों को देनी चाहिए। भारत और पाकिस्तान दोनों ही इस ग्रुप के सदस्य हैं। कमर्शियल फ्लाइट के अलावा सरकारी विमानों को भी पाकिस्तान अपना हवाई मार्ग इस्तेमाल करने की अनुमति देता है। हालांकि पीएम मोदी ने लौटते समय इसका इस्तेमाल नहीं किया।