Katchatheevu controversy: देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम ने पीएम मोदी और उसके सहयोगी डीएमके के खिलाफ लगाए जा रहे आरोपों पर पलटवार करते हुए सवालिया लहजे में कहा कि चीन लगातार भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर रहा है। लेकिन पीएम मोदी उस विषय पर एक भी शब्द नहीं बोलते हैं, क्या उन्होंने चीन को क्लीन चिट दे दी है।

पी चिदंबरम ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी उस मुद्दे को क्यों उठा रहे जो 1974 में ही सुलझा लिया गया था। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी की सरकार ने लाखों तमिलों की मदद करने के लिए श्रीलंका के साथ बातचीत की थी। कच्चातिवु द्वीप को श्रीलंका का भाग माना गया था। उसके बदले में 6 लाख तमिलों को भारत आने की इजाजत दी गई थी। यह मुद्दा 50 साल पहले ही बंद कर दिया गया था।

इससे पहले आज विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दावा करते हुए कहा था कि कांग्रेस के पीएम ने कच्चातिवु द्वीप को लेकर ज्यादा उत्सुकता नहीं दिखाई थी। इसके उलट कानूनी विचारों के बावजूद भारतीय मछुआरों के अधिकारों की अनदेखी की गई। उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी जैसे प्रधानमंत्रियों ने 1974 में समुद्री सीमा समझौते के तहत श्रीलंका को दिए गए कच्चातिवु को छोटा द्वीप और छोटी चट्टान बताया था।

चिदंबरम ने जयशंकर पर किया पलटवार

विदेश मंत्री के बयान पर वार करते हुए चिदंबरम ने कहा कि 25 जनवरी, 2015 को एमईए ने एक आरटीआई के जवाब का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि इस आरटीआई जवाब ने उन चीजों को सही ठहराया था जिसके तहत भारत ने माना था कि एक छोटा द्वीप श्रीलंका का है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि विदेश मंत्री और उनका मंत्रालय ऐसा क्यों कर रहा है? लोग कितनी जल्दी अपने रंग में बदलाव लाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जयशंकर का जीवन कलाबाजी खेलों के इतिहास में दर्ज किया जाएगा।

पीएम मोदी को चीन विवाद का करना चाहिए जिक्र

चिदंबरम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर वार करने के लिए 2020 में लद्दाख में भारत के साथ हुए चीन के विवाद का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 2000 वर्ग किलोमीटर भारत के क्षेत्र पर चीन के सैनिकों ने कब्जा कर लिया है। पीएम मोदी का कहना है कि कोई भी चीन का सैनिक भारतीय क्षेत्र में मौजूद नहीं है। भारत के क्षेत्र का कोई भी हिस्सा चीनी सैनिकों के कब्जे में नहीं है। क्या पीएम मोदी ने चीन को क्लीन चिट दे दी है। उन्हें इस बारे में बात करनी चाहिए कि 50 साल पहले क्या हुआ था या पिछले तीन साल में क्या हुआ, इस मुद्दे पर बात करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं पीएम से इस बारे में बोलने का आग्रह करूंगा।