पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने गुरुवार को सीबीआई की अदालत में पेश हुए अपने बेटे कार्ति से कहा, “चिंता मत करो मैं यहां हूं।” आईएनएक्स मीडिया से जुड़े कथित रिश्वत मामले में कार्ति को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की अदालत में गुरुवार में उनकी हिरासत की अवधि बढ़ाने के लिए पेश किया गया था। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने अपने बेटे की पीठ पर हाथ रखकर उनको हौसला दिया। चिदंबरम की पत्नी नलिनी चिदंबरम पहले से ही अदालत में मौजूद थीं। सीबीआई न्यायाधीश सुनील राणा के सामने तीन घंटे चली बहस के दौरान अधिवक्ता दंपति अदालत में मौजूद थे।
न्यायाधीश ने कार्ति के माता-पिता को जांच अधिकारी की मौजूदगी में सुनवाई के बीच अवकाश के समय में उनसे बात करने की इजाजत दी। अदालत ने इसके बाद अपने फैसले में कार्ति की सीबीआई हिरासत अवधि पांच दिन के लिए बढ़ा दी। न्यायाधीश ने कार्ति को घर का बना भोजन खाने की अनुमति तो नहीं दी, लेकिन उन्हें दवाई लेने और स्वास्थ्य जांच करवाने की इजाजत दी।
उल्लेखनीय है कि कार्ति चिदंबरम ने बुधवार को कहा था कि आईएनएक्स मीडिया मामले में उनकी गिरफ्तारी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के राजनीतिक प्रतिशोध के तहत की गई कार्रवाई है। कार्ति को बुधवार सुबह लंदन से आने के बाद चेन्नई हवाईअड्डे पर गिरफ्तार किया गया था। रिमांड कार्यवाही के लिए अदालत ले जाने के रास्ते में उन्होंने कहा था, “निश्चित ही, यह राजनीतिक प्रतिशोध है।” उन्होंने विश्वास जताया था कि उन्हें जल्द ही दोषमुक्त कर दिया जाएगा।
सीबीआई ने 15 मई 2017 को आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, अवैध कार्यों के लिए धन स्वीकारने, सरकारी कर्मचारियों को प्रभावित करने और आपराधिक कदाचार के आरोपों के तहत कार्ति चिदंबरम के खिलाफ प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की थी। कार्ति पर आरोप है कि उन्होंने मुंबई स्थित आईएनएक्स मीडिया से कथित रूप से 3.5 करोड़ रुपये लेकर उसे विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) से मंजूरी दिलाने में मदद की थी। उस समय उनके पिता पी. चिदंबरम वित्त मंत्री थे। आईएनएक्स मीडिया का नाम बदलकर अब 9एक्स हो गया है। उस समय पीटर मुखर्जी और इंद्राणी मुखर्जी इसका संचालन करते थे। दोनों ही शीना बोरा हत्याकांड में आरोपी हैं।