Waqf Act: वक्क कानून को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला है। बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, ‘कुरान में वक्फ नाम का कोई शब्द नहीं है। यह मुल्ला-मौलवी का अपना क्रिएशन है। कुरान में कहा गया है कि जितना हो सके उतना खर्च करो। रोक कर मत रखो। वे बाबा साहब के संविधान का मजाक उड़ाकर उसे मौलवी लिपि में बदलना चाहते हैं। आज आरजेडी और समाजवादी पार्टी जैसी पार्टियां ‘नमाजवाद’ के पक्ष में हैं।’
बीजेपी नेता ने आगे कहा, ‘अगर उनकी सरकार आती है, जो आने वाली नहीं है, तो वे बाबा साहब अंबेडकर के संविधान को कूड़ेदान में फेंक देंगे और शरिया कानून लागू करेंगे। भारत के इतिहास में 400 सीटें सिर्फ एक बार ही पार हुई हैं, वो 1985 में। कांग्रेस, जो कि INDI गठबंधन का नेतृत्व कर रही है उसने संसद में शाहबानो पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलट दिया और शरिया को संविधान से ऊपर रख दिया।’
आपातकाल के 50 साल पूरे हुए – सुधांशु त्रिवेदी
बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि हाल ही में भारत के लोकतांत्रिक इतिहास के सबसे भयानक अध्याय आपातकाल के 50 साल पूरे हुए। लेकिन यह बहुत दुखद है कि कल पटना के उसी गांधी मैदान में, जहां आपातकाल के दौरान लाखों लोग संविधान की रक्षा के लिए अपनी जान की परवाह किए बिना इकट्ठा हुए थे, एक रैली हुई जिसमें तेजस्वी यादव ने कहा कि हम संसद द्वारा पारित कानून को कूड़ेदान में फेंक देंगे। उन्होंने वक्फ एक्ट के बारे में कहा कि हम इसे कूड़ेदान में फेंक देंगे, जबकि इसे भारतीय संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित किया गया है।
नए वक्फ कानून के खिलाफ साथ आए तेजस्वी और पप्पू यादव
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, ‘इसका मतलब है कि संसद, न्यायपालिका के प्रति कोई सम्मान नहीं है। तेजस्वी यादव और इंडी गठबंधन के अन्य नेताओं ने वोट बैंक के चक्कर में जो कुछ भी कहा है, उससे यह स्पष्ट है कि वे संविधान को कूड़ेदान में फेंकने की 50 साल पुरानी मानसिकता से बाहर नहीं आ पा रहे हैं। बीजेपी सांसद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मैं भारतीय गठबंधन से पूछना चाहता हूं कि क्या आप बिहार में शरिया कानून लागू करने की सोच रहे हैं, जो सऊदी अरब, इंडोनेशिया, तुर्की और ISIS से भी बड़ा है।’
हम संविधान को कूड़ेदान में नहीं फेंकने देंगे – बीजेपी नेता
बीजेपी नेता ने आगे कहा, ‘ये आरजेडी, समाजवादी पार्टी आदि पार्टियां, जो समाजवाद का चोला ओढ़े हुए हैं, गरीब और दबे-कुचले मुसलमानों के हक के लिए खड़ी नहीं हो रही हैं। इसलिए आरजेडी और एसपी के समाजवाद को कतई समाजवाद नहीं कहा जा सकता। अगर इसे नमाजवाद कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। बीजेपी और एनडीए गठबंधन ने ठान लिया है कि अगर कोई बाबा साहब अंबेडकर के संविधान, उसके किसी भी प्रावधान को कूड़ेदान में फेंकना चाहेगा, तो हम ऐसा नहीं होने देंगे।’ वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन को लेकर सवालों के घेरे में चुनाव आयोग पढ़ें पूरी खबर…