Operation Sindoor Discussion In Parliament: ऑपरेशन सिंदूर पर पहली बार संसद में बड़ी चर्चा शुरू होने जा रही है, विपक्ष के तीखे सवाल देखने को मिलेंगे और सरकार भी अपनी दलीलें देने वाली हैं। देश की सुरक्षा पर मंथन होगा, पाकिस्तान की साजिश से पर्दा उठेगा और पहलगाम आतंकी हमले को लेकर भी कई जानकारी दी जाएंगी। सरकार ने पहले ही साफ कर दिया था कि वो इस मुद्दे से भागने नहीं वाली है और संसद में चर्चा जरूर होगी। विपक्ष ने भी मानसून सत्र की शुरुआत में ही कह दिया था कि इस मुद्दे पर ही बहस चाहिए।
संसद में कैसे शुरू होगी चर्चा?
अब बताया जा रहा है कि सरकार की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सबसे पहले चर्चा की शुरुआत करने वाले हैं, वहीं विपक्ष की तरफ से गौरव गोगई यह जिम्मेदारी संभालेंगे। बाद में सरकार की तरफ से विदेश मंत्री एस जयशंकर, गृह मंत्री अमित शाह भी अपना संबोधन देंगे। विपक्ष से भी राहुल गांधी, अखिलेश यादव जैसे दिग्गज नेताओं की बातें सुनने को मिल सकती हैं।
चिदंबरम के किस बयान पर बवाल?
वैसे अब संसद में इस मुद्दे से जुड़े एक और विवाद पर चर्चा हो सकती है। असल में कांग्रेस नेता पी चिदंबरम के बयान पर जमकर बवाल काटा जा रहा है। एक इंटरव्यू में उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर बोला कि NIA ने इतने दिनों में क्या किया है। क्या उन्होंने आतंकियों की पहचान कर ली है, उन्हें पता चल गया है कि वो कहां से आए थे। वो ‘Home Grown Terrorists’ भी तो हो सकते हैं। आप ऐसा सोचकर कैसे चल सकते हैं कि आतंकी पाकिस्तान से ही आए थे। इस बात का हमारे पास अभी कोई सबूत नहीं है।
बीजेपी की क्या रणनीति?
उनके इसी बयान को लेकर बीजेपी ने उन्हें घेरा है। बीजेपी नेता अमित मालवीय ने जोरदार हमला करते हुए कहा कि यूपीए कार्यकाल के गृह मंत्री और भगवा आतंकवाद की थ्योरी गढ़ने वाले पी चिदंबरम ने एक बाक फिर खुद को चर्चा में ला दिया है। एक बार भी कांग्रेस ने पाकिस्तान को क्लीन चिट दे दी है, इस बार पहलगाम आतंकी हमले के बाद ऐसा हो रहा है। ऐसा हर बार क्यों होता है कि जब हमारी सेना पाकिस्तान के आतंकवाद को चुनौती देती है, कांग्रेस इस्लामाबाद के वकील के रूप में पेश आने लगती है। बात जब राष्ट्रीय सुरक्षा की आती है तो एकता दिखाई देनी चाहिए। लेकिन कांग्रेस के साथ ऐसा नहीं हो सकता, वो हमेशा दुश्मनों के प्रति झुकी दिख जाती है।