विपक्षी दलों ने आज विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की कड़ी आलोचना की और आईपीएल के पूर्व आयुक्त ललित मोदी की ब्रिटेन में यात्रा दस्तावेज हासिल करने में ‘‘मदद करने’’ के लिए उनके इस्तीफे की मांग की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने हालांकि सुषमा का बचाव किया और कहा कि उन्होंने जो कुछ भी किया होगा वह उनके ‘‘मानवीय’’ स्वभाव और राष्ट्रवादी भावना से निर्देशित रहा होगा।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आज कहा, ‘‘मैं यह उम्मीद नहीं करता कि सुषमा स्वराज जी यात्रा दस्तावेज हासिल करने में ललित मोदी को मदद करेंगी, जिसके खिलाफ सरकार ने लुक-आउट नोटिस जारी किया हुआ था, मैं सुषमा स्वराज जी से अपील करता हूं कि वह नैतिक आधार पर तत्काल इस्तीफा दें।’’

सिंह की यह प्रतिकिया उन रिपोर्टों के सामने आने के बाद आयी है कि सुषमा स्वराज ने ललित मोदी को पुतर्गाल की यात्रा करने के लिए यात्रा दस्तावेज दिए जाने की कथितरूप से अनुशंसा के लिए भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद कीथ वाज को लिखा था। सुषमा स्वराज ने कहा कि उन्होंने ‘‘मानवीय आधार’’ पर वाज को लिखा था जब ललित मोदी ने उनसे कहा कि उनकी पत्नी बीमार हैं।

दिग्विजय सिंह ने कहा कि ललित मोदी प्रवर्तन निदेशालय की जांच का सामना कर रहे हैं और निदेशालय ने उन्हें नोटिस देकर एजेंसी के समक्ष उपस्थित होने को कहा है। सिंह ने कहा कि अगर विदेश मंत्री ऐसे व्यक्ति (मोदी) को ब्रिटेन में यात्रा दस्तावेज पाने में मदद करने के लिए भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद कीथ वाज से अनुशंसा करती हैं और जो कि उसे 24 घंटे के अंदर प्राप्त हो जात है, तो यह एक ‘‘गंभीर मुद्दा’’ है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या यह उनकी ‘‘सहमति’’ से किया गया था या नहीं।

कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि प्रधानमंत्री को खुद यह जवाब देना चाहिए कि आखिर वे (सरकार) ऐसे लोगों को क्यों मदद कर रहे थे जो हर किस्म के गलत लेनदेन से जुड़े थे, जो देश से भाग गये थे और भारतीय कानून से बचने के प्रयास में विदेश में रह रहे हैं।

जनता दल यू के नेता के सी त्यागी ने कहा, ‘‘सुषमा स्वाराज द्वारा उन्हें (ललित मोदी) दी गई मदद की मैं निंदा करता हूं।’’

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता डी राजा ने कहा कि मामला गंभीर है क्योंकि सुषमा स्वराज ने ललित मोदी को मदद करना स्वीकार किया है जो आर्थिक अपराध के सिलसिले में देश में वांछित हैं और भारत आने से बच रहा है।

उन्होंने कहा कि सुषमा ने जो अनुचित व्यवहार किया है उस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देश को जवाब देना होगा। राजा ने कहा कि प्रधानमंत्री को यह बताना चाहिए कि क्या यह उस सुशासन का हिस्सा है जिसका उन्होंने वादा किया था।

आम आदमी पार्टी के नेता आशुतोष ने कहा कि सुषमा स्वराज के पास इस्तीफा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं है और अगर वह ऐसा नहीं करती तो प्रधानमंत्री को उन्हें बर्खास्त करना चाहिए। उधर आरएसएस के नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि सुषमा स्वराज राष्ट्रवाद और मानवीय स्वभाव से भरी हैं और उन्होंने जो कुछ भी किया होगा वह राष्ट्रवाद और मानवीय स्वभाव से निर्देशित रहा होगा।

बसपा नेता मायावती से जब लखनऊ में इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस मामले में उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं है। जब जांच रिपोर्ट आयेगी और संसद की बैठक होगी तो यह मुद्दा गरमायेगा। हम मामले का तथ्य जानना चाहते हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इस पर प्रतिक्रिया करना बेहतर होगा।