बीजेपी के सांसद गौतम गंभीर ने शहीद दिवस पर तंज भरा ट्वीट करके कहा, याद रहे आज़ादी सिर्फ़ घूमते चरखों ने नहीं, फांसी पर झूलते दीवानों ने भी दिलवाई है! दरअसल, गौतम का इशारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तरफ था। उनके ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर अपनी भड़ास निकाली। कुछ ने सांसद को नसीहत दी तो कुछ को उनके विचार पसंद भी आए।
प्रदीप यादव के हैंडल से ट्वीट किया गया, अरे भाई साहब आप लोगों को ऐसा क्यो लगता है कि…सिर्फ किसी को नीचा दिखाकर सामने वाले को ऊपर कर सकते हैं…ये सभी लोग ग्रेट लीजेंड हैं…तुमको बोलने की जरूरत नहीं…तुम बस चापलूसी करो। मुश्ताक आलम ने लिखा, …की हद होती है सबको मालूम है अब क्या बोले। सन्नी ने लिखा, संघी बलिदान और स्वतंत्रता को कभी नहीं जान पाएंगे। अमित शर्मा का कहना था, और उनमें से एक भी संघी नहीं था।
म.न. कासमी ने लिखा, ये भी याद रखें अगर मुसलमान न होता तो देश कभी आजाद न होता। राजीव गुप्ता का कहना था कि ये भी याद रहे कि इन्होंने माफी मांगने की बजाए फांसी पर झूलना चुना था। एक बार ये भी पढ़ लेना कि ये कैसे मुल्क चाहते थे। बस फोटो लगा दी हो गया शहीदी दिवस। क्राइम मास्टर गोगो के हैंडल से ट्वीट किया गया, बात केवल चरखे की होती है।
याद रहे आज़ादी सिर्फ़ घूमते चरखों ने नहीं
फांसी पर झूलते दीवानों ने भी दिलवाई है! #ShaheedDiwas pic.twitter.com/tZJs2FKttU— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) March 23, 2021
मेरी कलम इस तरह वफ़िक है मेरे जज़्बातों से , अगर में इस्क भी लिखना चाहूँ तो इंक़लाब ही लिखा जाता है ।
शुखदेव — भगत — राज गुरु : भारत माता के लाल
शहीदी दिवस मार्च २३, १९३१, लहोर भारत ।।— Anand (@AugusKranti) March 23, 2021
सावरकर वाली फोटो शोभा देता है वही लगाओ गौती जी मालिक नाराज हो जायेंगे।
इन्हीं झूलते दीवानों की पीढ़ी आज अपने वजूद को बचाने के लिए सिंधू और गाज़ीपुर बॉर्डर पर रोड पर है और आपके मालिक 300 से ज्यादा मौतों के जिम्मेदार है बोलिये अहं छोड़ बात करे और काले कानून वापस लें।— Shailendra Pratap (@shailendrach11) March 23, 2021
Dear @GautamGambhir , just changing one word
याद रहे आज़ादी सिर्फ़ घूमते चरखों ने नहीं
फांसी पर झूलते दीवानों ने "ही" दिलवाई है! #ShaheedDiwas— अच्छा है !!! (@J_J_Aks) March 23, 2021
@samritirani जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं,
— सुरेश शर्मा #BJP (@SureshS21753809) March 23, 2021
शैलेंद्र प्रताप ने गौतम पर तंज कसते हुए लिखा, सावरकर वाली फोटो शोभा देता है वही लगाओ गौती जी मालिक नाराज हो जाएंगे। इन्हीं झूलते दीवानों की पीढ़ी आज अपने वजूद को बचाने के लिए सिंधू और गाज़ीपुर बॉर्डर पर रोड पर है और आपके मालिक 300 से ज्यादा मौतों के जिम्मेदार हैं बोलिये अहं छोड़ बात करे और काले कानून वापस लें।
गांव का देहाती छोरा के हैंडल से ट्वीट किया गया, आपको चरखे से इतनी नफरत क्यों है। आप ये भी बोल सकते हो कि आजादी माफी मांगने से नहीं फांसी पर झूलने से मिली है। अच्छा है के हैंडल से ट्वीट करके कहा गया कि गौतम के स्टेटमेंट में केवल एक शब्द चेंज करना है, याद रहे आजादी सिर्फ घूमते चरखों ने नहीं फांसी पर झूलते दीवानों ने ही दिलवाई है। सुरेश शर्मा ने एक कदम आगे जाते हुए लिखा, स्मृति ईरानी जी को जन्म दिन की हार्दिक शुभकामनाएं।
हालांकि, कुछ लोगों ने गौतम के ट्वीट को लाइक भी किया। नेशनल ब्वाय के हैंडल से लिखा गया, यस करेक्ट। जिया और श्याम पारिक ने गौतम के ट्वीट को लाइक करते हुए शहीदों को नमन किया। कनिष्क मिश्रा ने लिखा, एक्सलेंट प्वाइंट सर। आनंद के हैंडल से ट्वीट किया गया, मेरी कलम इस तरह वाकिफ है मेरे जज़्बातों से, अगर में इश्क भी लिखना चाहूं तो इंकलाब ही लिखा जाता है। सुखदेव —भगत—राज गुरु : भारत माता के लाल
शहीदी दिवस मार्च २३, १९३१, लहोर भारत ।।

