हरियाणा और दिल्ली के सिंघु बॉर्डर के पास आज सुबह मिले क्षत-विक्षत शव की सूचना के बाद हड़कंप मच गया है। इस मामले के सामने आने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा का बयान सामने आया है।
संयुक्त किसान मोर्चा के जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा है कि इस मोर्चा को धार्मिक मुद्दा बनाने की कोशिश की जा रही है। ये एक साजिश लगती है, इसकी जांच होनी चाहिए।
बता दें कि शुक्रवार सुबह सिंघु बॉर्डर के पास एक अर्धनग्न शव बैरिकेड्स से लटकता हुआ दिखाई दिया था। इस शव के हाथ कटे हुए थे। मिली जानकारी के मुताबिक, इस घटना पर संयुक्त किसान मोर्चा ने दावा किया है कि हत्या की जिम्मेदारी निहंग समूह ने ली है।
जिस शख्स की हत्या हुई है, उसका नाम लखवीर सिंह बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि मृत शख्स कुछ समय से निहंग समूह के साथ ही रह रहा था।
इस पर किसान मोर्चा का कहना है कि हम इस घटना की निंदा करते हैं और यह बताना चाहते हैं कि हमारा दोनों पक्षों, निहंग समूह और मृतक व्यक्ति से कोई संबंध नहीं है। किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। हमारी मांग है कि जांच कर दोषियों को कानून के मुताबिक सजा दी जाए।
किसान मोर्चा ने कहा है कि हम पुलिस की जांच में पूरा सहयोग करेंगे। सिंघू बॉर्डर के दोनों तरफ पुलिस बल तैनात है।
बता दें कि शव मिलने की जानकारी मिलते ही कुंडली थाने की पुलिस मौके पर पहुंची थी और बैरिकेडिंग से शव को उतारा था। इसके बाद पुलिस शव को पास के सिविल हॉस्पिटल लेकर गई थी। युवक के गर्दन सहित शरीर के कई जगहों पर भी हमला किया गया था।
कहा जा रहा है कि मृतक शख्स ने सिखों के पवित्र धर्म ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की। जिसके बाद निहंग सिखों ने बेरहमी से उसकी हत्या कर दी।
शुरू में आंदोलनकारियों ने पुलिस को घटनास्थल पर जाने से रोका। लेकिन बाद में भारी हंगामे के बावजूद पुलिस ने लाश को बैरिकेडिंग से उतारा और शव के परीक्षण के लिए पास के सिविल असपताल ले गई।