दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में हुए हादसे में गिरफ्तार किए गए आरोपी को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस मामले की जांच को लेकर MHA ने कमेटी भी बनाई है। इस कमेटी को तीस दिन में रिपोर्ट सौंपनी होगी। इसके अलावा दिल्ली के एलजी की तरफ से हादसे में जान गंवाने वाले तीनों बच्चों के परिवार को दस लाख रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया गया है।
गृह मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, यह कमेटी हादसे के कारणों की जांच करेगी, जिम्मेदारी तय करेगी और भविष्य के लिए उपाय सुझाएगी। इस कमेटी में अतिरिक्त सचिव, MoUHA, प्रधान सचिव (गृह), दिल्ली सरकार, विशेष सीपी, दिल्ली पुलिस, अग्निशमन सलाहकार और संयुक्त सचिव, गृह मंत्रालय इसके संयोजक होंगे।
आतिशी ने चीफ सेक्रेटरी से मांगी रिपोर्ट
दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी को लेकर पत्र भी लिखा है। उन्होंने चीफ सेक्रेटरी से अब तक कोई भी आधिकारिक रिपोर्ट न मिलने को लेकर सवाल किया है। उन्होंने दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी से पूछा, “..मुझे अभी तक चीफ सेक्रेटरी की तरफ से घटना पर कोई ऑफिशियल रिपोर्ट या जानकारी नहीं मिली है। यह बहुत सीरियस सवाल उठाता है। या तो GNCTD के अधिकारी इस ट्रेजडी की जांच करने के लिए गंभीर नहीं हैं, या वे किसी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। चीफ सेक्रेटरी को फिर से निर्देश दिया जाता है कि वे आज रात 10 बजे तक घटना पर मजिस्ट्रेट जांच रिपोर्ट समिट करें।”
MCD ने सील किए कई बेसमेंट
कोचिंग हादसे के बाद दिल्ली नगर निगम ने ओल्ड राजिंदर नगर में पांच बेसमेंट सील किए। जिन संस्थानों के बेसमेंट सील किए गए, उनमें Drishti IAS Institute, Vaji Ram IAS Institute, VajiRam and Ravi Institute, VajiRam and IAS hub, SriRam IAS Institute शामिल हैं। इसके अलावा एमसीडी ने करोल बाग जोन के ओल्ड राजिंदर नगर में कोचिंग सेंटरों के बाहर अवैध अतिक्रमण को हटाया और चबूतरे व रैंप ध्वस्त किए। एमसीडी सभी जोन में बेसमेंट में नियमों का उल्लंघन करने वाले कोचिंग सेंटरों और अन्य संपत्तियों की पहचान करने के लिए सर्वेक्षण भी कर रही है।
संजय सिंह ने बीजेपी पर उठाए सवाल
सोमवार को संजय सिंह ने कहा कि यह हदसा दर्दनाक है, दुख देने वाला है और दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा,”यह कोई छोटी घटना नहीं है, लेकिन हमें इस पर बात करने की जरूरत है कि ऐसा क्यों हुआ…आज बीजेपी, मोदी सरकार और दिल्ली के एलजी का एकमात्र प्रयास राष्ट्रीय राजधानी के लोगों के जीवन को नष्ट करना है…28 जून को एक बैठक के दौरान हमारे कैबिनेट मंत्रियों, दिल्ली सचिव और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में, हमारे मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि डी-सिल्टिंग का काम किया जाना चाहिए अन्यथा बाढ़ आ जाएगी और इससे लोगों को परेशानी होगी…किसके आदेश पर अधिकारियों को मंत्रियों के आदेश के बावजूद डी-सिल्टिंग न करने की हिम्मत मिल रही है? यह दिल्ली सरकार को बदनाम करने की दिल्ली और दिल्ली एलजी की साजिश का एक हिस्सा है।”
उन्होंने आगे कहा कि पिछले 25-30 सालों से कोचिंग क्लास और लाइब्रेरी इमारतों के बेसमेंट में चलाई जा रही हैं। बीजेपी 15 सालों से एमसीडी में सत्ता में हैं लेकिन उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया। उन्होंने कहा कि हमारे मेयर लगातार ऐसे कोचिंग संस्थानों को सील कर रहे हैं। दिल्ली के एलजी ने कहा है कि ड्रेनेज सिस्टम 10 साल से बंद है। तब MCD में कौन था? AAP पिछले साल MCD में आई जबकि BJP 15 साल से MCD में थी।