एक तरफ चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस में शामिल होने से इन्कार कर दिया वहीं दूसरी तरफ पंजाब कांग्रेस के चीफ रह चुके नवजोत सिंह सिद्धू ने पीके के साथ अपनी एक तस्वीर पोस्ट कर लिखा कि पीके से शानदार मुलाकात हुई। पुरानी शराब, पुराना सोना और पुराने दोस्त हमेशा सबसे अच्छे होते हैं। हालांकि सोशल मीडिया पर यूजर्स को शैरी का ये रवैया नहीं भाया। उन पर जमकर तंज कसे गए।

प्रशांत किशोर ने कांग्रेस में शामिल होने के पार्टी नेतृत्व के प्रस्ताव को मंगलवार को ठुकरा दिया। उन्होंने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी में घर कर गई समस्याओं को दूर करने के लिए उनसे ज्यादा जरूरी यह है कि कांग्रेस में नेतृत्व और सामूहिक इच्छाशक्ति हो। सोनिया गांधी ने किशोर को कांग्रेस के विशेषाधिकार प्राप्त कार्य समूह-2024 का हिस्सा बनकर पार्टी में शामिल होने की पेशकश की थी।

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया कि प्रशांत किशोर की प्रस्तुति और उनके साथ चर्चा के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने विशेषाधिकार प्राप्त कार्य समूह-2024 का गठन किया और किशोर को निर्धारित जिम्मेदारी के साथ इस समूह का हिस्सा बनकर पार्टी में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने इनकार कर दिया। हम उनके प्रयासों और पार्टी को दिए गए सुझावों की सराहना करते हैं।

सोशल मीडिया पर स्वामी ने लिखा कि ओह अब समझ में आया कि हुआ क्या है? यह तो अच्छा हुआ वो शामिल नहीं हुआ नहीं तो और डुबा देता पंजाब की तरह। तनुज कुमार ने लिखा कि लगता है ट्वीट शेड्यूल करके रखा था। डिलीट करना भूल गए और अब लाइव हो गया। दीपक ने तंज कसा कि कांग्रेस की लुटिया डुबाने में कोई कसर नही छोड़नी।

एक ने लिखा कि ऐसी क्या दुश्मनी है पाजी कॉग्रेस से रिश्ता शुरू हुआ नहीं की तोड़ दिया। विभू शर्मा ने लिखा कि सिद्धू के चेहरे की लाली बता रही है कि पंजाब में कांग्रेस हो गयी खाली, तो बस इसी बात पर ठोको ताली, ठोको ताली। एक ने कहा कि सिद्धू साब इसे पूछो 17 में इतने बड़े वादे क्यों करके गया जो पूरे नहीं हुए।

रमन जंगराल ने लिखा कि एक समझौता करना था और वह समझौता नहीं हुआ पर उसके बावजूद प्रशांत किशोर अपने क्लाइंट को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है। वह क्लाइंट कांग्रेस है। आप जिस पार्टी में हो उसी पार्टी की बुराई करने वाले के साथ दोस्ती भरा संदेश दे रहे हो। मैं कभी आप के खिलाफ नहीं गया पर आज आपकी खिलाफत करूंगा।