मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन पाने वाले 7.25 करोड़ से अधिक लाभांवित में से करीब 86 प्रतिशत लोगों ने दूसरा एलपीजी रिफिल खरीदा। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार (1 जुलाई, 2019) को यह जानकारी दी। उन्होंने प्रधानमंत्री उज्जवला योजना (PMUY) की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा, ‘PMUY लाभार्थियों की प्रति व्यक्ति औसत खपत एक साल में लगभग 4.87 सिलिंडर है। लोकसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में प्रधान ने कहा, ‘ऑयल मेकिंग कंपनियों ने बताया कि PMUY के लाभांवितों में कम से कम एक वर्ष की अवधि के दौरान 86 फीसदी लोगों ने दूसरी बार रिफिलिंग कराई है।’ उन्होंने कहा, ‘पीएमयूवाई लाभार्थी परिवार द्वारा एलपीजी का उपयोग कई कारकों पर निर्भर करता है, जिसमें भोजन की आदतें, खाना पकाने की आदतें, एलपीजी की उपलब्धता और पहुंच, एलपीजी की कीमत, जलाऊ लकड़ी की मुफ्त उपलब्धता और गोबर शामिल हैं।’
PMUY योजना के तहत लाभांवितों की सुविधा के लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। लाभार्थियों को एलपीजी अपनाने और उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए तेल कंपनियां 5 किलो के छोटे सिलेंडर की पेशकश कर रही हैं। इस सिलिंडर की कीमत पारंपरिक 14.2 किलोग्राम के सिलिंडर से काफी कम है। 14.2 किलोग्राम के सिलेंडर के लिए 494.35 रुपए की तुलना में 5 किलो के एलपीजी रिफिल की कीमत लगभग 263 रुपए बैठती है। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि देशबर में 26.43 करोड़ से ज्यादा एलपीजी कनेक्शंस हैं। इसमें 7.25 करोड़ PMUY योजना के तहत जारी किए गए।
PMUY योजना के तहत गरीब घरेलू महिला सदस्यों को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन मिलता है, लेकिन बाद में रिफिल कराने के लिए लाभार्थियों को सिलिंडर खरीदना पड़ता है। पेट्रोलियम मंत्री ने कहा, ‘पिछले वर्ष में 1.56 करोड़ की तुलना में 2018-19 में पीएमयूवाई के तहत 3.62 करोड़ कनेक्शन दिए गए थे।’ इसकी तुलना सरकार द्वारा निर्धारित हर साल के लिए 2 करोड़ पीएमयूवाई कनेक्शन लक्ष्य की गई है।’