भारतीय बाजार की प्रमुख रक्षा कंपनियों में शामिल विदेशी कंपनियां रक्षा परामर्शदाता संजय भंडारी के साथ कथित संबंधों के लिए जांच एजेंसियों की जद में आ गयी हैं। भंडारी के खिलाफ कथित कर चोरी के मामले में जांच की जा रही है। सूत्रों ने कहा कि हाल में भंडारी के घर पर की गयी आयकर विभाग की तलाशी में जब्त फोन कॉल रिकार्ड्स और दस्तावेजों से कथित रूप से पता चला कि विभिन्न विदेशी रक्षा कंपनियों के कई अधिकारी नियमित आधार पर उनके संपर्क में थे।

भंडारी ने कथित रूप से रक्षा कंपनियों के लिए ठेका हासिल करने में भूमिका निभायी थी। जहां कंपनियों का दावा है कि वे आॅफसेट संबंधी दायित्वों के लिए भंडारी और कई भारतीय कंपनियों के संपर्क में थीं, वहीं जांच एजेंसियों को लगता है कि इसमें और भी कुछ है। भंडारी एक कंपनी चलाते हैं जो आॅफसेट का काम कराती है।ठेके की दौड़ में शामिल रही कंपनी एयरबस ने द्वारा इस संबंध में भेजे गए ईमेल का जवाब नहीं दिया। ईमेल में पूछा गया था कि क्या कंपनी भंडारी के संपर्क में थी। जांचकर्ता अब इस बात की जांच कर रहे हैं कि भंडारी को कैसे और क्यों दस्तावेज मिले।