ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार (2 जून) शाम एक भीषण रेल हादसे में 261 लोगों की मौत हो गई और लगभग 900 लोग घायल हैं। बालासोर जिले में शुक्रवार शाम को कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के बेपटरी होने और एक मालगाड़ी के टकराने से यह हादसा हुआ। रेलवे प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने जानकारी दी कि रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो चुका है, अब हम रिस्टोरेशन का काम शुरू कर रहे हैं। इस रूट पर कवच उपलब्ध नहीं था।
राहत-बचाव कार्य में जुटी भारतीय सेना और वायुसेना
हादसे के बाद भारतीय सेना को घायल नागरिकों को निकालने और उपचार में सहायता के लिए तैनात किया गया है। भारतीय सेना ने बताया कि एंबुलेंस और सहायता सेवाओं के साथ सेना की चिकित्सा और इंजीनियरिंग टीमों को पूर्वी कमान से तैनात किया गया है। टीमों को कई ठिकानों से भेजा गया है ताकि जल्द से जल्द घटना स्थल पर पहुंचा जा सके।
वहीं, भारतीय वायुसेना (IAF) ने घायलों को निकालने के लिए Mi-17 हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं। IAF नागरिक प्रशासन और भारतीय रेलवे के साथ मिलकर बचाव कार्य में जुटा हुआ है।
बालासोर के कर्नल एस.के. दत्ता ने जानकारी दी कि कल रात से हमारी टीम बचाव कार्य में जुटी है। कलकत्ता से और भी टुकड़ी आ रही हैं। NDRF के DG अतुल करवाल ने बताया कि NDRF की 9 टीमें मौके पर तैनात हैं। घटना के सवा घंटे के अंदर हमारी पहली टीम वहां पहुंच गई थी। बचाव अभियान में 300 से ज्यादा लोग लगे हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेल दुर्घटना के संबंध में स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक बुलाई है। सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी आज बालासोर पहुंचेंगे।
रेलवे ने शुरू की उच्च स्तरीय जांच
रेलवे ने ओडिशा में हुए भीषण ट्रेन हादसे की उच्च स्तरीय जांच शुरू की है, जिसकी अध्यक्षता दक्षिण-पूर्वी सर्किल के रेलवे सुरक्षा आयुक्त करेंगे। रेलवे के एक प्रवक्ता ने शनिवार को कहा, ‘‘दक्षिण-पूर्वी सर्किल के रेलवे सुरक्षा आयुक्त ए एम चौधरी हादसे की जांच करेंगे।’’ हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि हादसा किस वजह से हुआ, लेकिन सूत्रों ने संकेत दिया है कि इसका संभावित कारण सिग्नल में गड़बड़ी होना है।
केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता घायलों को अस्पताल में भर्ती कराना है। यह हादसा मानवीय गलती से हुआ है या तकनीकी कारण से हुआ है इसके लिए हाई लेवल जांच कमेटी का गठन किया गया है। दमकल अधिकारी रमेश चंद्र मांझी ने कहा कि हमारे विभाग की तरफ से 300 से अधिक लोगों को बचाया गया है। हम अभी मृतकों की संख्या नहीं बता सकते क्योंकि अभी हम बचाव कार्य में लगे हैं।