Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे के बाद विपक्षी दल के तमाम नेताओं ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की है। इसी कड़ी में शिवसेना (यूबीटी) के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने रेल मंत्री अश्विन वैष्णव से इस्तीफा देने के लिए कहा है। राउत ने कहा कि यह बालासोर ट्रेन हादसा लापरवाही के कारण हुआ है। जिसमें 288 की मौत हो गई।
शिवसेना सांसद ने शनिवार को नासिक में कहा कि वैष्णव को पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री से सीख लेनी चाहिए, जिन्होंने ट्रेन दुर्घटना के तुरंत बाद इस्तीफा दे दिया था। चेन्नई जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस, एसएमवीटी बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी की टक्कर देश में दो दशकों की सबसे बड़ी भीषण त्राषदी है। जिसमें 1100 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
ट्रेन हादसे के बाद लाल बहादुर शास्त्री ने दिया था इस्तीफा
संजय राउत ने रेल मंत्री पर भी निशाना साधा और कहा कि लापरवाही के कारण दुर्घटना हुई। उन्होंने कहा कि पटरियों पर तीन ट्रेनें आपस में टकरा गईं। यह वैष्णव की ओर से लापरवाही का नतीजा है जो खुद ओडिशा से हैं। मुझे लगता है कि उन्हें नैतिक आधार पर तुरंत पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।’ राउत ने कहा, ‘लाल बहादुर शास्त्री ने रेल दुर्घटना के तुरंत बाद मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसी तरह उन्हें (वैष्णव को) भी इस्तीफा दे देना चाहिए।”
वहीं एनसीपी चीफ शरद पवार ने भी अश्विन वैष्णव के इस्तीफे की मांग की है। शरद पवार ने कहा कि जब लाल बहादुर शास्त्री रेल मंत्री थे, एक दुर्घटना हुई थी। उस वक्त प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू इस्तीफा देने के उनके फैसले क खिलाफ थे, लेकिन शास्त्री जी को लगा कि पद छोड़ना उनका नैतिक दायित्व है और उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
बालासोर रेल हादसे में 288 लोगों की मौत
वहीं रविवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, ‘रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने मामले की जांच की है और घटना के कारणों और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान कर ली गई है। जांच रिपोर्ट आने तक हमें इंतजार करना होगा। यह हादसा इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण हुआ।” इस हादसे में अब तक 288 लोगों की जान गई है, जबकि 1,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं। रेल मंत्री ने आगे कहा कि अभी हमारा फोकस रूट की जल्द से जल्द बहाली पर है। बुधवार सुबह तक यह पूरा काम खत्म हो जाएगा।