Odisha CM Mohan Charan Majhi: ओडिशा के सीएम मोहन चरण माझी को लेकर जा रहा एक विमान भुवनेश्वर एयरपोर्ट पर में नहीं उतर सका। खराब मौसम की वजह से विमान की लैंडिंग में काफी परेशानी हुई। जिसके बाद विमान को कोलकाता डायवर्ट कर दिया गया।

भुवनेश्वर हवाई अड्डे के निदेशक प्रसन्ना प्रधान ने बताया कि खराब मौसम के कारण ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी को लेकर जा रहे विमान को कोलकाता डायवर्ट कर दिया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एअर इंडिया की उड़ान (AI 473) में सवार हुए थे, जो कोलकाता हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी और दोपहर 1:00 बजे भुवनेश्वर हवाई अड्डे पर उतरने वाली थी।

एअर इंडिया के एक प्रवक्ता ने बताया कि 5 सितंबर को दिल्ली से भुवनेश्वर जाने वाली उड़ान संख्या AI473, जब अपने गंतव्य के करीब थी, तो भुवनेश्वर में खराब मौसम के कारण हवाई यातायात नियंत्रण द्वारा उसे कोलकाता की ओर मोड़ने का निर्देश दिया गया। विमान को भुवनेश्वर के लिए रवाना करने से पहले कोलकाता में ईंधन भरा गया, जहां विमान 12:59 बजे उतरा।

ओडिशा के शहरी विकास मंत्री के. सी. महापात्र ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया, ‘‘खराब मौसम के कारण विमान यहां एयरपोर्ट पर नहीं उतर सका और उसे कोलकाता भेज दिया गया।

इससे पहले आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा एयरपोर्ट पर गुरुवार को बेंगलुरु जा रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की IX2011 फ्लाइट से एक पक्षी टकरा गया था। यह घटना प्लेन के टेक ऑफ करने से पहले की है। इससे विमान की नोज यानी आगे के हिस्से को नुकसान पहुंचा है।

यह भी पढ़ें- एयर इंडिया एक्सप्रेस की दिल्ली-इंदौर फ्लाइट के इंजन में खराबी

जैसे ही पायलट ने विमान का इंजन चालू किया, एक बाज विमान से टकरा गया। विजयवाड़ा से टेक ऑफ का समय सुबह 8:15 बजे का था। विमान को 9:40 बजे बेंगलुरू पहुंचना था। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, विमान में 160 से 165 यात्री थे। सभी यात्री सुरक्षित रहे।

एयर इंडिया एक्सप्रेस ने कहा है कि वह यात्रियों के बेंगलुरु पहुंचने के लिए दूसरे विमान का इंतजाम कर रही है। पिछले चार दिनों में दूसरी बार किसी भारतीय विमान से पक्षी के टकराने के कारण फ्लाइट कैंसिल हुई। इससे पहले नागपुर से कोलकाता जा रही इंडिगो 6E812 फ्लाइट से मंगलवार को पक्षी टकरा गया था। इससे विमान की नागपुर में ही इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी थी। विमान में 272 यात्री सवार थे।

यह भी पढ़ें- जब ड्रीमलाइनर बना डेडलाइनर- उड़ानें जमीन पर, जिम्मेदारी कहीं नहीं