ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार को हुए दुखद रेल हादसे ने सबको झकझोर कर रख दिया। दो ट्रेनों की टक्कर के बाद तीसरी ट्रेन भी उसमें आकर भिड़ गई। इससे हताहतों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। रेलवे प्रवक्ता अमिताभ शर्मा के मुताबिक शाम करीब 7 बजे, शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस के 10-12 डिब्बे बालेश्वर के पास पटरी से उतर गए और विपरीत ट्रैक पर गिर गए। कुछ समय बाद, यशवंतपुर से हावड़ा जाने वाली एक और ट्रेन उन पटरी से उतरे डिब्बों से टकरा गई, जिसके परिणामस्वरूप उसके 3-4 डिब्बे पटरी से उतर गए।

दूसरी तरफ पीटीआई ने रेलवे के एक अधिकारी के हवाले से खबर दी है कि हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बाहानगा बाजार में पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे। उन्होंने कहा, ‘‘पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए।’’ कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद एक मालगाड़ी से टकरा गए, जिससे मालगाड़ी भी दुर्घटना की चपेट में आ गई। कोरोमंडल एक्सप्रेस की सात बोगियां क्षतिग्रस्त हुई हैं।

घायलों को सोरो सीएचसी, गोपालपुर सीएचसी और खांटापाड़ा में भर्ती कराया गया

घटना की जानकारी पर पहले स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और फिर रेलवे और पुलिस प्रशासन सक्रिय हुआ। ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना के मुताबिक हादसे में घायलों को बचाने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है। 50 से ज्यादा एंबुलेंस को लगाया गया। इसके अलावा बड़ी संख्या में निजी वाहनों को लगाया गया है, ताकि जनहानि कम से कम हो। अधिकतर घायलों को क्षेत्र के सोरो सीएचसी, गोपालपुर सीएचसी और खांटापाड़ा में भर्ती कराया गया है।

अधिकारियों ने कहा कि ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने विशेष राहत सचिव सत्यव्रत साहू और राजस्व मंत्री प्रमिला मलिक को दुर्घटनास्थल पर जाने का निर्देश दिया है। दक्षिण पूर्व रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि दुर्घटना राहत ट्रेन को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स (ओडीआरएएफ) की चार टुकड़ियां, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की तीन टुकड़ियां और 60 एंबुलेंस घायलों को बचाने के काम में जुटी हैं।

पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव एच के द्विवेदी ने कहा कि राज्य सरकार मंत्री मानस भुइयां और सांसद डोला सेन के नेतृत्व में एक टीम मौके पर भेज रही है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वह मुख्य सचिव और अन्य अधिकारियों के साथ निजी रूप से स्थिति की निगरानी कर रही हैं। बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ओडिशा सरकार और दक्षिण पूर्व रेलवे के साथ समन्वय कर रही है।