Rajasthan News: साल 2008 के मुंबई हमले की यादें हर भारतीय के जख्मों को कुरेद देती हैं। उस हमले में 9 आतंकी एनएसजी के कमांडो के तीन दिन के ऑपरेशन में मारे गए थे। वहीं एक जिंदा पकड़ा गया आतंकी अजमल आमिर कसाब कानूनी प्रक्रिया के तहत फांसी पर लटकाया गया था। कसाब के साथियों को मारने वाले एनएसजी के कमांडो ग्रुप में से एक कमांडो अपराध के दलदल में ऐसा फंसा कि देश सेवा के पुण्य काम के लिए मशहूर होने के बाद अब गांजा गैंग के सरगना बन गया। उसे राजस्थान की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

इस पूर्व एनएसजी कमांडर का नाम बजरंग सिंह है, जो कि गांजा तस्करी का धंधा करता था। वह राजस्थान की सीमा तक नशे का सामान क्विंटल में सप्लाई करत था। इसे राजस्थान की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

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बजरंग सिंह को लेकर क्या बोली पुलिस?

बजरंग सिंह की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने बताया कि वह बजरंग सिंह तेलंगाना और ओडिशा से गांजा मंगवाकर राजस्थान में सप्लाई करता था। एनएसजी का पूर्व कमांडर बजरंग सिंह सीकर जिले का रहने वाला है और इस तरह की गतिविधियों के चलते उस पर पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम भी रखा गया है। राजस्थान का एटीएस और एंटी नार्कोटिक्स बल लंबे वक्त से उसकी तलाश में जुटे हुए थे।

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कैसे कमांडो बना था बजरंग सिंह?

बजरंग सिंह ने 10वीं के बाद ही पढ़ाई छोड़ दी थी। हालांकि खेल कूद में उसकी रूचि थी। वह बीएसएफ में भर्ती हुआ। कॉन्स्टेबल के तौर पर उसने पंजाब, असम, राजस्थान, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में रहा। उसकी लगन और बहादुरी को देखते हुए उसे एनएसजी कमांडो बना दिया। सात साल तक कमांडो रहने के तौर पर सेवा दी। मुंबई में आतंकी हमले के दौरान भी वह सुरक्षाबलों के ऑपरेशन में शामिल था।

कैसे पकड़ी गांजे की राह?

उसका रुख हमेशा राजनीति की तरफ था। राजनीति करने के लिए उसने नौकरी छोड़ी थी। उसने अपनी पत्नी को मुखिया का चुनाव लड़ाया लेकिन उसे हार मिली थी। वह पहले ही नौकरी छोड़ चुका था। इसलिए उसे पैसे की जरूरत थी। इस पैसे की कमी ने ही उसे गांजे की तस्करी के धंधे में उतार दिया। साल 2023 में उसे गांजा तस्करी के ही आरोप में हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया था।

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