चौकन्ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने व्हाइट हाउस में उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संभावित परेशानी से बचा लिया जब मीडिया से बातचीत के लिए उनके तैयार बयान के कुछ पृष्ठ हवा के झोंकों में उड़ गए। प्रधानमंत्री मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ पहली मुलाकात के बाद उनकी टिप्पणियों को ध्यान से सुन रहे थे। उसी दौरान उनके पहले से तैयार बयान के कुछ पृष्ठ हवा के कारण उड़ गए। डोभाल कुछ अन्य वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों के साथ अगली पंक्ति में बैठे थे। उन्होंने तुरंत ही उन पृष्ठों का एकत्र कर प्रधानमंत्री को वापस लौटा दिया। प्रधानमंत्री मोदी की राष्ट्रपति ट्रंप के साथ यह मुलाकात दोनों नेताओं की पहली आमने सामने की बैठक थी।
प्रधानमंत्री मोदी दो दिन के यूएस दौरे पर थे। वहां उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की। दोनों ने एक दूसरे की काफी तारीफ की। ट्रंप ने मोदी को अपना सच्चा दोस्त भी बताया था।
मोदी का अमेरिकी दौरा काफी और वजहों से भी चर्चा में रहा। उनका एक वीडियो भी सामने आया जिसमें वह गाड़ी से उतर रहे थे। वीडियो के साथ लिखा जा रहा है कि गार्ड को लगा कि मोदी के साथ उनकी पत्नी भी आई होगी इसलिए वह दूसरा दरवाजा भी खोलने लगा लेकिन वहां से कोई नहीं निकला। इसके अलावा मोदी और ट्रंप की फोटोज के साथ मजेदार कैप्शन लगाकर भी चुटकी ली जा रही है।
मोदी ट्रंप और उनकी पत्नी के लिए कुछ खास तोहफे भी लेकर गए थे। पीएम मोदी ने 52 साल पुरानी ऐतिहासिक परंपरा को आगे बढ़ाते हुए अब्राहम लिंकन के मृत्यु के बाद साल 1965 में जारी पोस्टल स्टैम्प डोनाल्ड ट्रंप को उपहार स्वरुप दिया। वहीं ट्रंप ने मोदी को उनके स्वागत में एक खास चीज के बारे में बताया। ट्रंप ने मोदी को अब्राहम लिंकन के फेमस गेटिसबर्ग स्पीच की कॉपी और वह डेस्क दिखाई जिस पर वह लिखा करते थे। पंजाब के होशियारपुर की बनी एक लकड़ी की पेटी भी दी गई।
पीएम मोदी ने ट्रंप को कश्मीर और हिमाचल के प्रसिद्ध हैंडमेड शॉल गिफ्ट में दिए। वहीं मिलेनिया को कांगड़ा वैली के कारीगरों के बनाया सिल्वर ब्रेसलेट भी दिया। इसके अलावा चाय पत्ती और शहद भी गिफ्ट के तौर पर दिया।