राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोवाल आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से जम्मू-कश्मीर में लगातार सुरक्षा हालातों पर नजर बनाए हुए हैं। इस दौरान वह स्थानीय लोगों के बीच पहुंचकर उनसे बातचीत भी कर रहे हैं। केंद्र सरकार के एतिहासिक फैसले के बाद वह राज्य के हालातों पर बारीकी से नजर रखते हुए वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को जानकारी दे रहे हैं।

इस बीच ईद के मौके पर डोवाल ने सीआरपीएफ और पुलिसकर्मियों के बीच पहुंच साथ खाना खाया। ‘सिचुएशन केबिन’ में पहुंचे डोवाल अधिकारियों से बातचीत करते नजर आए। एक अधिकारी ने बताया कि राज्य खुफिया ब्यूरो यूनिट के कार्यालय से हर चीज पर बारीकी से नजर रख रहे डोवाल ने सुरक्षबलों से आपसी-तालमेल बनाए रखने की बात कही। अधिकारी ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा ‘एनएसए ने जवानों के कई-कई घंटों तक काम करने, कड़ी मेहनत और उनके प्रतिबद्धता की जमकर सराहना की। उन्होंने सुरक्षाबलों से आपसी तालमेल बनाए रखने के लिए कहा है।’

वहीं अधिकारी ने एनडीटीवी को बताया ‘हमारे पास ऐसी जानकारियां सामने आ रही हैं जिसके मुताबिक पाकिस्तान स्वतंत्रता दिवस से पहले भारत पर बड़ा हमला कर सकता है।’ एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा ‘जब यह बिल (आर्टकिल 370 को हटाने वाला) संसद में पेश किया गया तो सरकार के समक्ष तीन मुख्य चुनौती थी। पहली ईद से पहले शुक्रवार की नमाज, दूसरी शांतिपूर्ण तरीके से ईद त्योहार और तीसरी चुनौती है स्वतंत्रता दिवस। सुरक्षाबलों द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर किसी तरह की घटना न हो इसके लिए सभी प्रयास जारी हैं।’

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मालूम हो कि डोवाल ने बीते कुछ दिन में कश्मीर के सबसे ज्यादा संवेदनशील इलाकों, शोपियां, पुलवामा और अनंतनाग का दौरा किया। डोवाल को पीएम मोदी के सबसे भरोसमंद लोगों में एक माना जाता है। गृह मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक अजीत डोवाल को कश्मीर भेजना पीएम मोदी की रणनीति का हिस्सा है। डोवाल की काबीलियत और कश्मीर में लंबे समय तक ग्राउंड पर काम करने के उनके अनुभव की वजह से वह केंद्र और जम्मू-कश्मीर के बीच एक ब्रिज का काम कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि डोवाल 15 अगस्त तक घाटी में रहेंगे।