देश मामलों से जुड़ी संसदीय समिति की मंगलवार को हुई बैठक में सुझाव दिया गया कि संसद में अनिवासी भारतीय (एनआरआइ) लोगों को भी प्रतिनिधित्व दिया जाना चाहिए। क्योंकि, अनिवासी भारतीयों की संख्या बढ़ रही है और उनके हितों से जुड़े कई तरह के मुद्दे भी सामने आ रहे हैं।

सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस सांसद शशि थरूर की अध्यक्षता वाली संसद की इस स्थायी समिति की बैठक में अनिवासी भारतीयों से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा की गई।

बैठक में कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने अनिवासी भारतीयों को संसद में प्रतिनिधित्व देने के सुझाव का समर्थन करते हुए इटली जैसे कुछ देशों का उदाहरण दिया, जहां विदेश में रहने वाले उसके नागरिकों के लिए विधायिका में आरक्षण का प्रावधान है।

प्रवासी भारतीयों के लिए केरल में पारित है प्रस्ताव

बैठक के बाद कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने मीडिया कर्मियों से बातचीत में कहा, हमने प्रवासी भारतीय लोगों को लेकर काम करने वाले चार संगठनों के साथ विस्तृत और गहन चर्चा की। यह बहुत सारे सवालों और जवाबों के साथ एक जीवंत और व्यापक चर्चा थी। उन्होंने कहा कि जो सुझाव पेश किए गए हैं, उन पर गंभीरता से विचार कर विस्तृत रपट तैयार की जाएगी।

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सूत्रों के मुताबिक, समिति की बैठक में भाग लेने वाले संगठनों ने कुछ अच्छे प्रस्ताव दिए हैं। इनमें केरल का एक प्रस्ताव भी शामिल है, जिसमें कहा गया है कि भारतीय संगठन किसी भी दूसरे देश की जरूरतों के आधार पर लोगों को कौशल प्रदान कर सकते हैं। विदेश मंत्रालय ने पहले की बैठक में समिति को सूचित किया था कि प्रवासन मुद्दों पर केंद्रित एक विधेयक सरकार के पास विचाराधीन है। थरूर ने कहा था कि मंत्रालय ने समिति को सूचित किया है कि इससे संबंधित विधेयक को लेकर विचार किया जा रहा है।