आदिल शेट्टी, सीईओ, बैंक बाजार डॉट कॉम

बैंक डिपॉजिट पर अब कम ब्याज मिलने लगा है। कुछ साल पहले जहां सालाना 8-9 फीसदी ब्याज मिलता था। वहीं अब लगभग 6-7 फीसदी मिलने लगा है। यदि आप 30 फीसदी टैक्स देते हैं, तो स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में फिक्स्ड डिपॉजिट करने पर आपको 6.25 फीसदी में से टैक्स की रकम घटाने पर मात्र 4.37 फीसदी ही मिलेगा। बैंक डिपॉजिट से आपकी पूंजी, एश्योर्ड रिटर्न, और लिक्विडिटी को अधिक सुरक्षा मिलती है। यदि आप जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं तो आपको अपना पैसा कहां रखना चाहिए। इसके लिए यहां कुछ विकल्प दिए गए हैं।

छोटे बैंक डिपोजिट: कई छोटे-छोटे बैंक एसबीआई की तुलना में 0.5 फीसदी से लेकर एक फीसदी तक अधिक ब्याज देते हैं। आप इनमें से किसी भी बैंक में डिपॉजिट करने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

लिक्विड म्युचुअल फंड्स: ये म्युचुअल फंड संबंधी योजनाएं हैं। जहां आपके पैसे को शॉर्ट टर्म लोन साधनों में निवेश किया जाता है। इनमें कम जोखिम रहता है। तुरंत रिडेम्पशन मिल जाता है और कोई एग्जिट लोड भी नहीं रहता है। इसमें 2007 से 8-9 फीसदी रिटर्न मिल रहे हैं।

कॉर्पोरेट डिपोजिट: इस तरह के डिपोजिट की सुविधा पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों द्वारा प्रदान की जाती है, जिनका कार्यकाल 1 से 5 साल का होता है। इनसे मिलने वाले रिटर्न, बैंक डिपॉजिट की तुलना में और सीनियर सिटीजन्स के लिए कुछ हद तक अधिक होते हैं। इसमें क्रेडिट रेटिंग AAA या AA रेटिंग वाले के पास डिपॉजिट करें।

ऋण म्युचुअल फंड्स: इन योजनाओं के माध्यम से आप सरकारी बॉन्ड, कॉर्पोरेट डिपॉजिट, नॉन कनवर्टेबल डिबेंचर, मनी मार्केट साधन, फिक्स्ड डिपॉजिट आदि जैसे फिक्स्ड इनकम साधनों के एक वेंचर में निवेश कर सकते हैं। बेहतरीन परिणाम पाने के लिए एसआईपी का इस्तेमाल करें। रिडेम्पशन से पहले व्यय अनुपात और एग्जिट लोड की जानकारी प्राप्त कर लें। इसमें 2007 से 10 फीसदी रिटर्न मिल रहे हैं।

मंथली इनकम प्लान: ये हाइब्रिड म्युचुअल फंड योजनाएं हैं जहां आपके पैसे का एक बहुत बड़ा हिस्सा (70-90फीसदी) ऊपर बताए गए ऋण साधनों में, बाकी पैसा इक्विटी में निवेश किया जाता है। बेहतरीन परिणाम पाने के लिए SIP का इस्तेमाल करें। इसमें 2007 से 10फीसदी रिटर्न मिल रहे हैं।

सरकारी बॉन्ड: भारत सरकार का 8 फीसदी वाला बॉन्ड 6 साल के लिए होता है। इसमें 8 फीसदी सालाना की दर से ब्याज मिलता है। इसके लिए ट्रेडिंग खातों और नेशनलाइज बैंकों के माध्यम से आवेदन करें।

छोटी बचत योजनाएं: इनसे बेहतर और कुछ नहीं है। पब्लिक प्रोविडेंट फंड अभी भी 7.8 फीसदी प्रति वर्ष की दर से ब्याज देता है और यह टैक्स-फ्री भी है। सीनियर सिटीजन्स सेविंग्स स्कीम और सुकन्या समृद्धि योजना में 8.3 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है और वह भी ईईई स्टेटस के साथ। ये सब लॉन्ग टर्म इनवेस्टेमेंट के लिए अच्छे ऑप्शन हैं।