Jammu-Kashmir News: जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि ऑपरेशन सिंदूर से कुछ नहीं निकला और उन्होंने भारत और पाकिस्तान से अपने रिश्ते सुधारने का आह्वान किया। उनका यह बयान नौगाम पुलिस स्टेशन में हुए धमाके के बाद आया है।

समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “मुझे उम्मीद है कि ऐसा कुछ ((ऑपरेशन सिंदूर)) नहीं होगा। इससे (ऑपरेशन सिंदूर) से तो कुछ नहीं निकला। हमारे 18 आदमी मारे गए। हमारे बार्डरों पर नुकसान हुआ। अल्लाह करे ये दोनों मुल्क अपने ताल्लुकात को बेहतर करें। यही एकमात्र रास्ता है। मैं वाजपेयी जी की बात को दोहराता हूं, दोस्त बदले जा सकते हैं, लेकिन पड़ोसी नहीं बदले जा सकते हैं। पड़ोसी अगर दोस्ती में रहेंगे तो दोनों तरक्की करेंगे। दुश्मनी में रहेंगे तो तरक्की सुस्त पड़ जाएगी।”

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह से स्थानीय अधिकारियों ने विस्फोटक सामग्री से निपटा, वह हमारी गलती थी। उन्होंने जोर देकर कहा कि विशेषज्ञता वाले लोगों से पहले ही परामर्श किया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा, “यह हमारी गलती है, जो लोग इस विस्फोटक को बेहतर समझते हैं, हमें पहले उनसे बात करनी चाहिए थी कि इससे कैसे निपटा जाए, बजाय इसके कि हम खुद इससे निपटने की कोशिश करें। आपने नतीजा देखा, नौ लोगों की जान चली गई। वहां घरों को बहुत नुकसान हुआ।”

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नौगाम पुलिस स्टेशन बम धमाका

जम्मू-कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार रात श्रीनगर के बाहरी इलाके में नौगाम पुलिस स्टेशन में हुए एक आकस्मिक विस्फोट में नौ लोग मारे गए और 32 घायल हो गए। यह विस्फोट उस समय हुआ जब पुलिस और फोरेंसिक एक्सपर्ट फरीदाबाद से बरामद विस्फोटकों के जखीरे से सैंपल ले रहे थे।

डीजीपी ने कहा, “प्रोसेस के तहत बरामद सामग्री के सैंपल को आगे की फोरेंसिक और केमिकल जांच के लिए भेजा जाना था।” उन्होंने आगे कहा, “भारी मात्रा में हुई बरामदगी के कारण, एफएसएल टीम द्वारा यह प्रोसेस दो दिनों तक जारी रहा। बरामदगी की अस्थिर और संवेदनशील प्रकृति के कारण, इसे अत्यंत सावधानी से संभाला जा रहा था। हालांकि, इस प्रोसेस के दौरान, 14 नवंबर 2025 (पिछली रात) को लगभग 11:20 बजे एक धमाका हुआ।”