दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को गिरफ्तार किया है। उन पर यह कार्रवाई कोलकाता की एक कंपनी से जुड़े हवाला लेनदेन के एक मामले में हुई है। पर दिल्ली और पंजाब में सरकार बना चुकी और कट्टर ईमानदार पार्टी होने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी के 15 से ज्यादा नेता, मंत्री और विधायक अब तक जेल जा चुके हैं।
सत्येंद्र जैन- दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को कोलकाता की एक कंपनी से संबंधित 4।8 करोड़ के हवाला लेनदेन से जुड़े एक मामले में ED ने 30 मई 2022 को गिरफ्तार किया। सत्येंद्र जैन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का यह मामला 2017 में सीबीआई की तरफ से दायर एक केस से जुड़ा है। ईडी का कहना है कि सत्येंद जैन ने इन पैसों का इस्तेमाल जमीन खरीदने, दिल्ली के नजदीक एक फार्म लैंड खरीदने और अपना कर्ज उतारने के लिए किया।
विजय सिंगला- पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को 24 मई 2022 को भ्रष्टाचार के आरोप में पद से बर्खास्त कर दिया गया था। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी सभी टेंडरों पर एक पर्सेंट कमीशन लेने के आरोप में सिंगला के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था। विजय सिंगला और उनके पीए प्रदीप कुमार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में रोपड़ जेल भेज दिया गया है।
सोमनाथ भारती- आप नेता और दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री सोमनाथ भारती को उनकी पत्नी की हत्या की कोशिश और घरेलू हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस ने 2015 में गिरफ्तार किया था।
डॉ बलबीर सिंह- आप विधायक डॉ बलबीर सिंह को 11 साल पुराने हमले के एक मामले में पंजाब की एक अदालत ने तीन साल जेल की सजा सुनाई थी। हालांकि, मौके पर ही उन्हें जमानत भी मिल गयी थी।
नरेश यादव- विधायक नरेश यादव को जून 2016 में पंजाब के मलेरकटोला में पवित्र कुरान का अपमान करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल वह जमानत पर बाहर हैं।
अमानतुल्ला खान- विधायक अमानतुल्ला खान को एक महिला को बलात्कार और हत्या से डराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।फिलहाल वह जमानत पर हैं।
जितेंद्र सिंह तोमर- दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर को फर्जी डिग्री रखने के आरोप में 2015 में गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने डेढ़ महीने तिहाड़ जेल में बिताए थे।
अखिलेश त्रिपाठी- मॉडल टाउन के आप विधायक अखिलेश त्रिपाठी को दंगे से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। बाद में गवाहों के मुकर जाने के कारण उन्हें बरी कर दिया गया था।
जगदीप सिंह- आप विधायक जगदीप सिंह को मई 2016 में मारपीट के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें बाद में जमानत दे दी गई थी।
महेंद्र यादव- दिल्ली के विकासपुरी से विधायक महेंद्र यादव को दंगा करने और एक लोक सेवक पर हमला करने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। बाद में उन्हें जमानत दे दी गयी थी।
मनोज कुमार- कोंडली से पूर्व विधायक मनोज कुमार को धोखाधड़ी और जमीन हथियाने के एक मामले में 2015 में गिरफ्तार किया गया था। बाद में उन्हें जमानत दे दी गई थी।
कमांडो सुरिंदर सिंह- दिल्ली कैंट से विधायक सुरिंदर सिंह को एनडीएमसी के एक अधिकारी पर जातिवादी टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल वह जमानत पर बाहर हैं।
प्रकाश जरवाल- विधायक प्रकाश जरवाल को एक महिला से छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।मई 2014 में दिल्ली जल बोर्ड के एक कर्मचारी को कथित तौर पर थप्पड़ मारने के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है।
दिनेश मोहनिया- आप दिनेश मोहनिया को छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल विधायक जमानत पर बाहर हैं।
शरद चौहान- नरेला से विधायक शरद चौहान को पार्टी के एक कार्याकर्ता को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल वह जमानत पर बाहर हैं।